मध्य प्रदेश में अब महिलाओं से पूछकर ही बनाए जाएंगे बस स्टॉप
भोपाल
मध्य प्रदेश की नई सड़कों पर बस स्टाप बनाने के लिए अब राज्य सरकार संबंधित क्षेत्रों की स्थानीय महिलाओं से सुझाव लेगी। बस स्टॉप बनाने के लिए ऐसी जगह की चयन किया जाएगा, जहां महिलाएं सुरक्षित महसूस करें।
इन बस स्टाप पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे, ताकि महिलाओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हो सकें। इसके लिए एमपीआरडीसी, जेंडर एक्सपर्ट और कंसलटेंट की टीम मिलकर गांव में जाएंगे और महिलाओं से बात करेंगे, जिले और तहसील स्तर पर बैठकें कर महिलाओं से सुझाव लिए जाएंगे।
उनके साथ चयनित क्षेत्रों का भ्रमण किया जाएगा और इसके बाद महिलाएं उनके अनुकूल जिस स्थान को बताएंगे, वहां बस स्टॉप का निर्माण कराया जाएगा। इस कार्य में जनप्रतिनिधियों के सुझाव को विशेष महत्व दिया जाएगा।
सरकार का उद्देश्य है कि महिलाओं को सुरक्षित और सुगम परिवहन सेवा उपलब्ध कराई जाए। इसके अलावा बास स्टाप के समीप पुलिस पेट्रोलिंग की व्यवस्था भी की जाएगी। पेट्रोलिंग में पुरुषों के साथ महिला पुलिस कर्मियों को प्राथमिकता में रखकर ड्यूटी लगाई जाएगी, ताकि यात्रा करने वाली महिला यात्री बेहतर और सुरक्षित महसूस कर सकें।
14 नई सड़कों पर होगा प्रयोग, सुरक्षा की दृष्टि से होगी प्रकाश व्यवस्था
मध्य प्रदेश में 14 नई सड़कें बनाई जा रही है। इनमें पांच सड़कें उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान को मध्य प्रदेश से जोड़ेगी। न्यू डेवलपमेंट बैंक से ऋण लेकर बनाई जाने वाली इस सड़कों पर महिलाओं से सुझाव लेकर की बस स्टाप बनाए जाएंगे।
वहीं, सिंहस्थ 2028 की दृष्टि से उज्जैन से मक्सी को जोड़ने वाली 36.50 किलोमीटर लंबी सड़क को फोर लेन विस्तार किया जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से इन सड़क के दोनों और सोलर प्रकाश व्यवस्था होगी। पुराने पुल-पुलिया का विस्तार किया जाएगा। ग्रामीण व मवेशियों के गुजरने के लिए सड़क पर सब-वे (अंडर पास) बनाए जाएंगे।