मुंबई इंडियंस के कप्तान पर बोले पूर्व क्रिकेटर, हार्दिक पांड्या थके हुए और दबाव में दिखे

मुंबई
पूर्व क्रिकेटर आरोन फिंच और ग्रीम स्मिथ का मानना है कि भारतीय उप कप्तान हार्दिक पांड्या थके हुए, हताश और दबाव में दिख रहे हैं तथा उनकी अगुआई में पांच बार की चैम्पियन का इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के इस चरण में जूझना जारी है। शुक्रवार को वानखेडे स्टेडियम में पांड्या को फिर ‘हूटिंग' का सामना करना पड़ा जो टीम के लिए निराशाजनक मुकाबला रहा जिसमें कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें 24 रन से शिकस्त दी।

फिंच ने कहा, ‘वह इस समय काफी निराश और थका हुआ दिख रहा है। ऐसा लग रहा है कि वह काफी दबाव महसूस कर रहा है। मुझे ऐसा लगता है। मैं खुद ऐसी स्थिति में रहा हूं जहां आप व्यक्तिगत रूप से कुछ भी कोशिश करो लेकिन यह कारगर होता हुआ नहीं दिखता।' उन्होंने कहा, ‘जब टीम अच्छा नहीं कर रही होती तो ऐसी स्थिति में रहना बहुत मुश्किल होता है। बतौर कप्तान आप टीम के प्रदर्शन की पूरी जिम्मेदारी लेते हो और ऐसी जगह होना बहुत मुश्किल है। विशेषकर इस टूर्नामेंट में जिसमें यह बहुत क्रूर होता है।'

पांड्या की अगुआई में भ्रमित लग रही मुंबई इंडियंस : स्मिथ
दक्षिण अफ्रीका के महान कप्तान ग्रीम स्मिथ ने कहा कि मुंबई इंडियंस पांड्या की अगुआई में भ्रमित लग रही है जिसमें काफी बदलाव किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘हार्दिक वास्तव में जूझ रहे हैं, वह दबाव में दिख रहे हैं। बल्लेबाजी लाइन अप में भी वे भ्रमित दिख रहे हैं। तिलक वर्मा और नमन धीर मध्यक्रम में जूझ रहे हैं। धीर तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहा था और हार्दिक खुद को किसी भी जगह उतार रहे थे। उन्हें पूरे सत्र में तिलक को तीसरे, सूर्यकुमार यादव को चौथे और खुद को पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करानी चाहिए थी। इसके बाद छठे नंबर पर डेविड, जिसके बाद आपकी गेंदबाजी इकाई।'

वाटसन ने भी पांड्या की आलोचना की
आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान शेन वाटसन ने भी पांड्या की कप्तानी के फैसलों की आलोचना की और कहा कि मुंबई इंडियंस ने अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज को नहीं उतारकर केकेआर को मैच में वापसी करने दी जबकि टीम ने 57 रन पर पांच विकेट गंवा दिये थे। उन्होंने कहा, ‘नमन धीर को गेंदबाजी कराते रहना जबकि केकेआर का स्कोर पांच विकेट पर 57 रन था, यह बहुत बड़ी गलती थी। भले ही यह हार्दिक पांड्या का फैसला था या फिर बाहर से फैसले किये जा रहे थे।' उन्होंने कहा, ‘उस समय तक जसप्रीत बुमराह ने केवल एक ओवर फेंका था इसलिये उन्हें वेंकटेश अय्यर और मनीष पांडे की साझेदारी तोड़ने की कोशिश करनी चाहिए थी। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने भागीदारी बढ़ाने दी।'

 

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