CM ने आईटीआई भोपाल के 2 शिक्षकों का राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयन होने पर बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राष्ट्रीय स्तर पर चयनित शिक्षकों को दी बधाई और शुभकामनाएँ

CM ने आईटीआई भोपाल के 2 शिक्षकों का राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयन होने पर बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं

आईटीआई भोपाल के दो शिक्षकों को मिला राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार

भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आईटीआई भोपाल के 2 शिक्षकों का राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयन होने पर बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि आईटीआई भोपाल के 2 शिक्षकों का राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयन होना हमारे लिये अत्यंत हर्ष का विषय है। यह न केवल आपके व्यवसायिक प्रशिक्षण और उद्यमिता विकास में उत्कृष्टता को मान्यता देता है, बल्कि कड़ी मेहनत और समपर्ण का भी प्रतीक है। साथ ही अन्य सभी शिक्षकों के लिये प्रेरणास्त्रोत है। समस्त प्रदेशवासी आप दोनों के इस अद्वितीय योगदान के लिये राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर गौरवान्वित हैं।

उल्लेखनीय है कि आईटीआई भोपाल के 2 शिक्षक श्रीमती प्रेमलता राहंगडाले एवं प्रशांत दीक्षित को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयनित किया गया है। दोनों शिक्षकों को 5 सितम्बर 2024 को शिक्षक दिवस के अवसर पर विज्ञान भवन, नई दिल्ली में सम्मानित किया जायेगा। शिक्षकों को सम्मान स्वरूप 50 हजार रूपये नगद राशि एवं मेडल प्रदान किया जायेगा।

श्रीमती राहंगडाले शासकीय संभागीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, भोपाल में ट्रेड सीओपीए की प्रशिक्षण अधिकारी हैं। श्रीमती राहंगडाले 11 वर्ष से अधिक समय से शिक्षिका हैं। उन्होंने दृष्टिबाधित छात्रों को प्रशिक्षण देने पर विशेष ध्यान दिया है। श्रीमती राहंगडाले विद्यार्थियों के शैक्षणिक विकास ही नहीं वरन उनके समग्र विकास पर कार्य करती हैं।

प्रशांत दीक्षित शासकीय संभागीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, भोपाल में ट्रेड मैकेनिक डीजल के एक अनुभवी प्रशिक्षण अधिकारी हैं। उनके विद्यार्थी वर्तमान में भारतीय रेलवे, बीएआरसी और प्रसिद्ध ऑटोमोबाइल कंपनियों जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में सेवारत है। उन्होंने प्रशिक्षण की प्रभावी विधियां विकसित कीं, जिससे प्रशिक्षकों और प्रशिक्षुओं दोनों को लाभ हुआ। वे न केवल छात्रों को उद्यमशीलता के प्रयासों के लिए प्रेरित करते हैं बल्कि ई-सामग्री के विकास में भी अग्रणी रहे हैं। कोविड महामारी के बीच, उन्होंने एजुकेशनल वीडियो की एक चेन बनाई जिससे देश भर के लाखों छात्र लाभान्वित हुए। अब डीजीटी के भारत कौशल पोर्टल पर इसका उपयोग किया जा रहा है।

दीक्षित ने ऑटोमोटिव लैब विकसित करने, उपकरण और मशीनरी निर्दिष्ट करने में तकनीकी विशेषज्ञता प्रदान करके मध्यप्रदेश कौशल विकास परियोजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। व्यावसायिक प्रशिक्षण के अतिरिक्त, वह अपने प्रशिक्षुओं के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करते हैं और यूएनएफपीए के तकनीकी सहयोग से कौशल विकास निदेशालय मध्यप्रदेश के जीवन कौशल कार्यक्रम में शामिल हैं। दीक्षित का समर्पण और अभिनव दृष्टिकोण व्यावसायिक प्रशिक्षण के भविष्य को आकार दे रहा है, उत्कृष्टता को प्रेरित कर रहा है और पूरे देश में कौशल विकास को आगे बढ़ा रहा है।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button