बंगाल में मतदान के दौरान हंगामा, भाजपा उम्मीदवार को बूथ पर जाने से रोका
कोलकाता
पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के छठे चरण में 8 सीटों पर शनिवार को मतदान हो रहा है। आज कांथी, घाटल, झाड़ग्राम, मेदिनीपुर, पुरुलिया, बांकुरा और बिष्णुपुर संसदीय सीट पर वोट डाले जा रहे हैं। इस बीच, तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने घाटल से भाजपा उम्मीदवार हिरन चटर्जी को केशपुर में बूथ पर जाने से रोक दिया। टीएमसी समर्थक सड़क पर लेट गए और केंद्रीय बलों की ओर से बीजेपी कैंडिडेट को घेरने के कारण उनकी कार को आगे बढ़ने से रोका। उनके काफिले को तृणमूल समर्थकों ने घेर लिया। प्रदर्शकारी तृणमूल समर्थक 100 दिनों की बकाया नौकरी की मांग कर रहे थे।
इस घटना की जानकारी मिलने पर CAPF के अधिकारी राज्य पुलिस की सहायता से बलों के साथ वहां पहुंचे। तृणमूल समर्थकों ने कहा कि वे उन्हें मतदान केंद्र पर नहीं जाने देंगे। आंदोलनकारियों की ओर से घास की ढेर में आग लगाने के बाद हिरन के काफिले को पीछे हटना पड़ा। हिरन ने आरोप लगाया कि केशपुर दूसरा पाकिस्तान बन गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि वहां राज्य पुलिस का कोई जवान नहीं था। उन्होंने कहा कि राज्य पुलिस अराजक स्थिति में सत्तारूढ़ दल की सहायता कर रही है, क्योंकि सड़क पर नाकाबंदी हटाने के लिए कोई पुलिसकर्मी नहीं देखा गया।
हिरन चटर्जी और पुलिस के बीच तीखी बहस
हिरन चटर्जी और राज्य पुलिस के जवानों के बीच तीखी बहस भी हुई। उधर, तृणमूल समर्थकों ने आरोप लगाया कि भाजपा उम्मीदवार परेशानी पैदा कर रहे थे। चटर्जी ने आरोप लगाया कि तृणमूल समर्थक मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर जाने से रोक रहे हैं। TMC ने आरोप लगाया कि भाजपा समर्थकों ने तृणमूल समर्थकों पर हमला किया है। तृणमूल ने एक्स पर कहा, 'मुख्यमंत्री ने बार-बार बताया है कि कैसे भाजपा EVM के साथ छेड़छाड़ करके वोटों में हेराफेरी करने की कोशिश कर रही है। आज बांकुरा के रघुनाथपुर में 5 ईवीएम पर भाजपा टैग लगे हुए पाए गए। चुनाव आयोग को तुरंत इस पर गौर करना चाहिए और सुधारात्मक कार्रवाई करनी चाहिए।'
अग्निमित्रा पॉल को मतदान केंद्र में जाने से रोका
इस बीच, मेदिनीपुर में पुलिस ने बीजेपी कैंडिडेट अग्निमित्रा पॉल को मतदान केंद्र में जाने से रोक दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस टीएमसी समर्थकों के इशारे पर काम कर रही है। पॉल ने आरोप लगाया कि कई अपीलों के बावजूद केंद्रीय बल भी ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल पुलिस पर पार्टी के कई पोलिंग एजेंटों को गिरफ्तार करने और सत्तारूढ़ पार्टी पर मतदान के दिन पोलिंग एजेंट को बूथ से भगाने का आरोप लगाया। पॉल ने कहा, 'टीएमसी ने हमारे पोलिंग एजेंट को हटवा दिया। तृणमूल के लोगों ने उसका अपहरण कर लिया और अपने साथ लेकर गए। जब मुझे इसकी जानकारी मिली तो वहां पर पहुंची। मैंने देखा कि वह यहां पर रो रहा था। मैं उसे अंदर ले गई और बैठाया।'