बजट वाले दिन सदन के भीतर हंगामे के आसार, टीकाराम जूली की दो टूक, नहीं चलने देंगे सदन

जयपुर
राजस्थान विधानसभा सत्र में चल रहे गतिरोध को दूर करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, जिसमें सरकार और विपक्ष के प्रमुख नेता शामिल हुए। बैठक में सरकार की ओर से मंत्री जोगाराम पटेल और विपक्ष की ओर से नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सहित अन्य नेता उपस्थित रहे।
बैठक के बाद मंत्री जोगाराम पटेल ने दावा किया कि गतिरोध समाप्त हो चुका है और सरकार चाहती है कि सदन सुचारू रूप से चले। उन्होंने कहा, "सरकार विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है। 19 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा, जिसके बाद विपक्ष अपने सवाल रख सकता है। सरकार उन सवालों का जवाब देगी और सदन सामान्य रूप से चलेगा। इस पर दोनों पक्षों में सहमति बन चुकी है।"
हालांकि, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि गतिरोध अब भी बना हुआ है। उन्होंने कहा, "जब तक सरकार फोन टैपिंग के मुद्दे पर जवाब नहीं देती, तब तक सदन नहीं चलने दिया जाएगा। यह आरोप विपक्ष ने नहीं, बल्कि सरकार के ही एक कैबिनेट मंत्री ने लगाए थे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने भी इस मुद्दे पर कैबिनेट मंत्री को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था, जिसका जवाब मंत्री दे चुके हैं।" टीकाराम जूली ने आगे कहा कि यदि विधानसभा अध्यक्ष यह स्पष्ट करते हैं कि 20 फरवरी को विपक्ष के सवालों का जवाब दिया जाएगा, तो सदन सुचारू रूप से चल सकता है। अब देखना होगा कि सरकार और विपक्ष के बीच जारी इस टकराव का समाधान कैसे निकलता है और क्या वाकई सदन सुचारू रूप से चल पाता है या नहीं।