जो काम बीजेपी अमेठी में करना चाहती थी, अब वही दांव कांग्रेस वारणसी में खेल सकती है : राजनीतिक विश्लेषक
नई दिल्ली
लोकसभा चुनावों के तीसरे चरण के बाद अब कांग्रेस की ओर से नया दांव खेले जाने की चर्चा शुरू हो गई है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि जो काम बीजेपी अमेठी में करना चाहती थी, अब वही दांव कांग्रेस वारणसी में खेल सकती है। यह माना जा रहा है कि कांग्रेस वाराणसी से प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने चुनाव मैदान में उतार सकती हैं। यदि ऐसा हुआ तो वाराणसी सबसे दिलचस्प मुकाबला होगा।
दरअसल, इसकी शुरुआत कुछ पत्रकारों ने यूट्यूब इंन्फ्लुएंसर के चैनलों पर विश्लेषण के दौरान कही है। इसमें वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग और राजनीतिक विशलेषक अभय दुबा शामिल है। 4PM यूट्यूब चैनल पर वरिष्ठ पत्रकार राशिद ने इसी चर्चा का हवाला देते हुए कहा कि जो दांव बीजेपी अमेठी में खेलना चाहती थीं, अब वो दांव कांग्रेस बनारस या वाराणसी में खेल सकती है।
दरअसल अमेठी में स्मृति ईरानी को तीसरी बार उतार कर राहुल गांधी को वहीं उलझाने की कोशिश की थी, लेकिन कांग्रेस ने सियासी सूझबूझ के साथ एनवक्त पर निर्णय बदला और राहुल गांधी को रायबरेली से मैदान में उतार दिया। इसके बाद कांग्रेस ने कहा था कि अभी पार्टी और भी चौंकाने वाले फैसले ले सकती है। इन बयानों के जरिये ही यह माना जा रहा है कि कांग्रेस प्रियंका गांधी को वाराणसी उतारने की तैयारी कर रही है।
अब वाराणसी की सियासी गणित पर चर्चा करते हैं। वाराणसी में जातिगत समीकरण यह है कि यहां करीब 8 लाख से अधिक वोटर हैं। इनमें भी 3 लाख ब्राह्मण व 3 लाख मुस्लिम वोटर्स हैं। बाकी कुर्मी व अन्य जातियों के वोट है। 2014 में जब अरविंद केजरीवाल यहां से पीएम मोदी के सामने चुनाव लड़े थे, वहां उन्हें ढाई लाख के करीब वोट मिले थे। अब यदि कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी मैदान में आती है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कड़ी टक्कर दे सकती है।