विश्वविद्यालय ने बीबीए-बीसीए अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं को परीक्षा में बैठने का एक और मौका दिया
इंदौर
नान एनईपी स्नातक व्यावसायिक पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों को लेकर महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है। उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश पर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने बीबीए-बीसीए अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं को परीक्षा में बैठने का एक और मौका दिया है। इस बार नियमित की बजाए स्वाध्यायी यानी प्राइवेट प्रारूप से परीक्षा दे सकेंगे।
मई में इनकी परीक्षा करवाने के संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन रूपरेखा बनाने में लगा है। विश्वविद्यालय ने इनकी वार्षिक पद्धति से परीक्षा करवाने पर विचार किया है। मई-जून के बीच पेपर रखे जाएंगे। अब विद्यार्थियों को अपने-अपने कालेजों से परीक्षा फार्म भरना होंगे। विश्वविद्यालय ने परीक्षा के लिए आफलाइन आवेदन देने की सुविधा दी है।
2020 में स्नातक पाठ्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) लागू की गई। इसके चलते उच्च शिक्षा विभाग ने पुरानी स्कीम वाले बीए, बीकाम, बीएससी, बीबीए-बीसीए सहित अन्य पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों का तीन साल में कोर्स व बैच खत्म करना थी। इसके लिए 2023 तक परीक्षा आयोजित की गई। बावजूद इसके अभी कई छात्र-छात्राएं ओल्ड कोर्स पूरा नहीं कर पाए है, जिसमें बीबीए-बीसीए वाले विद्यार्थियों की संख्या अधिक है। ये दोनों व्यवसायिक पाठ्यक्रम होने की वजह से विद्यार्थी प्राइवेट परीक्षा नहीं दे सकते है।
ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों ने उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखा और भविष्य बिगड़ने का हवाला देकर अंतिम वर्ष की परीक्षा करवाने पर जोर दिया। मामले में विभाग और विश्वविद्यालय के अधिकारियों के बीच चर्चा हुई। विश्वविद्यालय ने तर्क दिया कि अध्यादेश में बीबीए-बीसीए जैसे व्यवसायिक पाठ्यक्रम में सिर्फ नियमित परीक्षा करवाने का उल्लेख है। इस पर विभाग ने निर्देश दिए और कहा कि इनकी भी प्राइवेट परीक्षा करवाई जा सकती है।
इस संबंध में विभाग से निर्देश मिलने के बाद विश्वविद्यालय परीक्षा करवाने का राजी हुआ है। परीक्षा विभाग के सहायक कुलसचिव डा. विष्णु मिश्रा का कहना है कि विद्यार्थियों का साल बचाने के लिए प्राइवेट प्रारूप में परीक्षा करवाएंगे। टाइम टेबल अगले कुछ दिनों में जारी किया जाएगा। वैसे इन छात्र-छात्राओं को आफलाइन परीक्षा फार्म भरना है।