समूहों की बैंकिंग प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने वाले मिशन कर्मियों पर होगी सख्त कार्रवाई : हर्षिका सिंह

माइक्रो इण्डस्ट्रीज स्थापित करने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर कलस्टर की प्लानिंग करें : हर्षिका सिंह
समूहों की बैंकिंग प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने वाले मिशन कर्मियों पर होगी सख्त कार्रवाई : हर्षिका सिंह
समूह सदस्यों को धोखा-धडी से बचने के लिये जागरूक किया जायेगा
भोपाल
मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्व सहायता समूह से जुड़े परिवारों की आय में वृद्धि के लिए क्लस्टर आधारित गतिविधियों की प्लानिंग की जाए। स्व-सहायता समूह सदस्यों को वित्तीय धोखाधड़ी से सावधान रहने के लिए जागरूक बनाया जाए। स्व-सहायता समूहों की बैंकिंग प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने वाले मिशन कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी। यह निर्देश मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती हर्षिका सिंह ने मिशन के कार्यों की समीक्षा बैठक में दिए।
स्व-सहायता समूहों के दस्तावेज अद्यतन कर उनकी लोकोस में प्रगति दर्ज करने, कलस्टर-प्लानिंग, समूहों के बैंक खाते खोलने तथा समूहों व संगठनों में नेतृत्व परिवर्तन की प्रक्रिया की प्रगति की समीक्षा गूगल मीट के माध्यम से की गई। काम में कोताही बरतने वाले जिलों के मिशनस्टाफ को मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने सख्त लहजे में सचेत किया कि काम की प्रगति में सुधार नहीं होने पर कार्रवाई की जायेगी। मिशन अंतर्गत स्व-सहायता समूहों, ग्राम संगठनों तथा संकुल स्तरीय संगठनों में जहां पदाधिकारियों को दो वर्ष पूर्ण हो गये हैं उन्हें परिवर्तित कर अन्य सदस्यों को नेतृत्व का अवसर दिया जाये।
स्व-सहायता समूहों ग्राम संगठनों तथा संकुल स्तरीय संघों के विभिन्न रजिस्टर, पंजी आदि को अभियान के तौर पर शीघ्र अद्यतन कराने के निर्देश दिये गये। समूहों एवं संगठनों के अंतर्गत समस्त प्रकार के लेन-देन की प्रविष्टियाँ लोकोस पोर्टल पर दर्ज की जानी हैं, जिससे समूहों एवं संगठनों अंतर्गत वित्तीय गतिविधियों में पारदर्शिता लाई जा सकेl समस्त समूहों, ग्राम संगठनों एवं संकुल स्तरीय संगठनों के रिकॉर्ड अद्यतन कर कट ऑफ दर्ज कराये जा रहे हैं एवं प्रतिमाह नियमित रूप से लेन-देन की प्रविष्टि लोकोस पर दर्ज कराये जाने के निर्देश दिये गये हैंl
जिलों में बैंक शाखाओं से संबंधित आ रही समस्याओं के सम्बन्ध में मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने जानकारी ली। उन्होंने कहा कि बैंक संबंधी समस्याओं का राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठकों में चर्चा कर समाधान कराया जायेगा। जिलों में प्रारंभिक ग्रामीण उद्यमशीलता कार्यक्रम अंतर्गत विकासखंडों में सामुदायिक निवेश निधि के रोटेशन संबंधी प्रगति कम पाये जाने पर सामुदायिक निवेश निधि के रोटेशन की समूह वार प्रविष्टि पूर्ण किये जाने के लिये निर्देशित किया गया l
मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने कहा कि समूहों एवं संगठनों की पदाधिकारियों को वित्तीय व्यवहारों के प्रति और जागरूक किया जायेगा। उनके साथ अनजाने में धोखा-धडी से लेन-देन के दस्तावजों पर हस्ताक्षर करवाने की संभावनायें कम से कम हो सकें। इसके लिये समूहों एवं संगठनों की 15 अगस्त को होने वाली बैठकों में वित्तीय जागरूकता के संबंध में चर्चा कर वित्तीय जागरूकता के लिये ‘’वित्तीय आजादी के साथ जिम्मेदारी’’ शपथ-ग्रहण के लिये एजेण्डा रखा जा रहा है।
लोकोस में कम प्रगति होने,समूहों के बैंक खाते नहीं खोलने, समूहों के सीआईएफ रोटेशन की प्रगति कम,नेतृत्व परिवर्तन तथा समूह, संगठनों के दस्तावेज अद्यतन न होने के कारण जिला रीवा, कटनी, मऊगंज, राजगढ, छतरपुर, सीधी, खण्डवा, उमरिया बालाघाट, सागर, छिदंवाडा, विदिशा, गुना, खरगोन, रायसेन तथा मण्डला जिलों के मिशन स्टॉफ को शीघ्र कार्य पूर्ण कर अद्यतन स्थिति लोकोस में दर्ज करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने पर जिला एवं विकासखण्ड स्तर के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर उनके विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी।
समीक्षा के दौरान खरगौन, छतरपुर, रीवा, दमोह एवं कटनी जिले में अपेक्षाकृत प्रगति न होने पर इन जिलों के जिला प्रबंधकों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा दिये गये हैं।
जिलों को निर्देशित किया कि समूहों से जुडे परिवारों की आय में वृद्धि के लिये कलस्टर आधारित गतिविधियों की कार्ययोजनायें तैयार करें। मुख्य रूप से मशरूम उत्पादन, रेशम उत्पादन, मखाना उत्पादन, बैकयार्ड पोल्ट्री, कडकनाथ पालन, मछली पालन, शहद उत्पादन आदि को माइक्रो इण्डस्ट्रीज के रूप में स्थापित करने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर कलस्टर की प्लानिंग कर प्रस्ताव राज्य कार्यालय को उपलब्ध करायें।