पूरे प्रदेश में मतदान प्रतिशत बढ़ाने विशेष अभियान चलेंगे
भोपाल
अब आपके मोबाइल फोन का ट्रू कॉलर, यूपीआई पेमेंट करने वाले एप भी आपको मतदान करने के लिए प्रेरित करने वाले संदेश देते नजर आएंगे। पेट्रोल पंप, राशन की दुकान, अस्पताल, शापिंग मॉल और घर-घर पहुंचने वाले सफाई वाहन भी प्रदेशभर में मतदाताओं को जागरुक करेंगे।
भारत निर्वाचन आयोग के आयुक्त राजीव कुमार के साथ हुई बैठक के बाद मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने भोपाल कलेक्टर कौशलेंन्द्र विंक्रम सिंह को निर्वाचन सदन में बुलाकर राजधानी भोपाल में मतदाताओं को जागरुक करने स्वीप गतिविधियों में तेजी लाने के लिए निर्देशित किया । सीईओ अनुपम राजन ने कलेक्टर से कहा है कि केवल वाहन रैलियों और मतदाता जागरुकता दौड़ जैसे इवेंट से कुछ नहीं होगा। मतदाताओं को जागरुक करने के लिए व्यापक योजनाएं बनाकर काम करें। राजधानी भोपाल में भी इस बार लोकसभा चुनाव में वोटिंग प्रतिशत बढ़ना चाहिए। सीईओ से चर्चा के बाद कलेक्टर ने भोपाल में मतदाताओं को जागरुक करने कई नवाचारों पर काम करने की कार्ययोजना तैयार कर ली है।
मध्यप्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान 26 जिलों के 75 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत काफी कम रहा है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने इन सभी जिलों के कलेक्टरों को जिलों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिये विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए है। पिछले विधानसभा चुनाव में प्रदेश के जिन 26 जिलों के 75 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत कम था, वहां मतदाता जागरुकता वाहन के माध्यम से मतदाताओं को जागरुक किया जा रहा है। लघु फिल्म, स्लोगन, पोस्टर के माध्यम से मतदाताओं को मतदान का महत्व और लोकतंत्र में उनके एक वोट की क्या कीमत है, के बारे में जागरुक किया जा रहा है। सीईओ राजन ने कलेक्टरों से कहा हे कि जिला स्तर पर पेंटिंग, स्लोगन, लेखन की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाए जिसमें सभी उम्र के मतदाता सहभागी बन सकते है। प्रतियोगिताओं में पुरस्कार का भी प्रावधान किया जाए। ट्रू कॉलर, यूपीआई पेमेंट, सोशल मीडिया इन्फल्यूएंसर, स्वच्छता वाहन के माध्यम से भी मतदाता जागरुकता कार्यक्रम चलाए जाएं। उचित मूल्य दुकानों, अस्पतालों, शॉपिंग मॉल, पेट्रोल पम्पों में पोस्टर, बैनर आदि के माध्यम से मतदाता जागरुकता कार्यक्रम चलाने को कहा गया है। जिलों में रहवासी समितियों के साथ भी बैठक कर मतदान के लिये प्रोत्साहित करने कलेक्टरों को कहा गया है।