‘वीर बेटियों के साहस को सलाम’—भारत की जीत पर PM मोदी व दोनों CMs ने दी शुभकामनाएँ

नई दिल्ली
भारतीय महिला दृष्टिबाधित टीम ने टी20 विश्व कप का (Blind T20 world cup) खिताब जीत लिया है. भारतीय टीम ने कोलंबो के पी सारा ओवल में खेले गए फाइनल मुकाबले में नेपाल को 7 विकेट से हराया. इस टूर्नामेंट का आयोजन पहली बार हो रहा था और भारत इस वैश्विक टूर्नामेंट को जीतने में सफल रहा. इस जीत के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पहली बार विश्व चैंपियन बनी भारतीय महिला टीम को हार्दिक बधाई दी है. मुख्यमंत्री ने इसे पूरे देश के लिए गर्व, प्रेरणा और भावनाओं से भरा ऐतिहासिक क्षण बताया.
भारतीय महिला दृष्टिबाधित टीम को सीएम साय ने दी बधाई
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह जीत केवल एक खेल उपलब्धि भर नहीं है, बल्कि हिम्मत, विश्वास और अदम्य इच्छाशक्ति की विजयगाथा है. भारतीय बेटियों ने यह सिद्ध कर दिया है कि अगर संकल्प दृढ़ हो, तो कोई भी चुनौती असंभव नहीं रहती. विशेष रूप से दृष्टिबाधित महिलाओं की टीम द्वारा विश्व मंच पर हासिल की गई यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का उज्ज्वल दीपक बनेगी.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत की पहले टी20 ब्लाइंड महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप में ऐतिहासिक जीत की सराहना की। सीएम योगी ने कहा कि दृष्टिहीनता कभी भी जीत की राह में रुकावट नहीं बन सकती, और संकल्प से ही जीत हासिल होती है।
CM Yogi ने भारत के टी20 ब्लाइंड महिला विश्व कप जीतने पर बधाई दी
दरअसल, यूपी के सीएम योगी ने अपने सोशल मीडिया पर भारतीय टीम की शानदार जीत के लिए बधाई दी और लिखा कि भारत की वीर बेटियों ने एक और बार देश का नाम रोशन किया है, और दुनिया भर में भारत का ध्वज गर्व से फहराया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय बेटियों के टी20 ब्लाइंड महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप में जीत पर बधाई दी। उन्होंने X पर लिखा कि आज हमारा तिरंगा आपकी इस उपलब्धि पर गर्व से ऊंचा लहराता है। आपकी विजय हमारे राष्ट्र के लिए सम्मान प्राप्त करने के लिए आपके संकल्प और समर्पण का प्रतीक है।
ब्लाइंड क्रिकेट एक खास तरह का खेल है। इसमें एक सफेद प्लास्टिक की गेंद का इस्तेमाल होता है, जिसके अंदर बॉल बेयरिंग भरे होते हैं। जब गेंद लुढ़कती है तो उसमें से खड़खड़ाहट की आवाज आती है, जिससे खिलाड़ी उसे सुन पाते हैं। गेंदबाज को बल्लेबाज से पूछना होता है कि क्या वह तैयार है। फिर गेंद फेंकते समय "प्ले" चिल्लाना होता है। गेंद को कम से कम एक बार उछालकर अंडरआर्म फेंका जाता है।
नियमित क्रिकेट की तरह ब्लाइंड क्रिकेट में भी हर टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं। लेकिन इसमें कम से कम चार खिलाड़ी पूरी तरह से नेत्रहीन होने चाहिए। खेल में निष्पक्षता बनाए रखने के लिए सभी खिलाड़ियों को आंखों पर पट्टी बांधना अनिवार्य होता है। फील्डर अपनी स्थिति बताने के लिए एक बार ताली बजाते हैं। बाकी खिलाड़ी आंशिक रूप से दृष्टिबाधित हो सकते हैं। उन्हें उनकी देखने की क्षमता के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। B2 श्रेणी के खिलाड़ियों के लिए यह दूरी दो मीटर होती है, और B3 श्रेणी के लिए छह मीटर। हर टीम में अधिकतम आठ B1 (पूरी तरह से नेत्रहीन) खिलाड़ी हो सकते हैं। खास बात यह है कि B1 खिलाड़ी द्वारा बनाए गए हर रन को दोगुना गिना जाता है।
बेटियां हर क्षेत्र में उत्कृष्टता का नया इतिहास लिख रहीं- CM साय
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की बेटियां हर क्षेत्र में उत्कृष्टता का नया इतिहास लिख रही हैं—खेल, शिक्षा, विज्ञान, आर्ट, टेक्नोलॉजी और नेतृत्व—हर जगह उनकी चमक राष्ट्र का गौरव बढ़ा रही है. यह जीत न सिर्फ क्रिकेट की जीत है, बल्कि नारी शक्ति, आत्मविश्वास और ‘नए भारत' की भावना की जीत है.
मुख्यमंत्री साय ने भारतीय महिला टीम के सभी खिलाड़ियों, कोचिंग स्टाफ और सपोर्ट स्टाफ को बधाई देते हुए कहा कि उनका यह प्रदर्शन विश्व खेल जगत में भारत की प्रतिष्ठा को नई ऊंचाइयों पर ले गया है.



