रेपिडो ने दिया चुनाव आयोग को प्रस्ताव
भोपाल
लोकसभा चुनाव में मतदान करने के लिए मतदाताओं को प्रेरित करने रैपिडो ने मतदान कर मतदान केन्द्र से बाहर आने वाले मतदाताओं को उंगली पर अमिट स्याही बताने वाले मतदाताओं को मुफ्त में घर छोड़ने का प्रस्ताव दिया है। चुनाव आयोग की मंजूरी मिली तो यह सुविधा प्रदेश में चुनिंदा स्थानों पर उपलब्ध कराई जाएगी।
आम नागरिकों को रियायती दरों पर परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने वाली कंपनी रैपिडो ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय को प्रस्ताव दिया है कि मतदाताओं को मतदान के लिए जागरुक करने उनकी कंपनी मतदान कर घर वापस लोटने के लिए यदि रैपिडो की सेवा लेते है तो उन्हें मतदान केन्द्र से मुफ्त घर छोड़ा जाएगा। इसके लिए मतदाताओं को अपने मोबाइल में रेपिडो का एप डाउनलोड करना होगा। रैपिडो ने प्रदेश के चुनिंदा स्थानों के मतदान केन्द्रों पर यह सुविधा उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया है। इस सुविधा के तहत ऐसे दिव्यांगजन जो चलने-फिरने में असमर्थ है और जो 85 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग है उन्हें यह सुविधा प्राथमिकता के साथ दी जाएगी। इसके अलावा महिलाओं और अन्य मतदाताओं को भी कुछ चुनिंदा मतदान केन्द्रों पर उपलब्ध कराई जा सकेगी। भारत निर्वाचन आयोग रेपिडो को इस सुविधा के मतदान वाले दिन संचालन की सुविधा देता है तो इसके तहत रैपिडो एक्शन प्लान बनाकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय को देगा और विभिन्न श्रेणियों के मतदाताओं को यह सुविधा उपलब्ध कराएगा।
मतदाताओं को मतदान केन्द्र पर मतदान करने के बाद नि:शुल्क घर छोड़ने के लिए सेवा प्रदाता कंपनी रैपिडो का प्रस्ताव आया है। चुनाव आयोग की अनुमति मिलने पर ही उन्हें इसे संचालित करने की अनुमति दी जाएगी। लेकिन इसमें केवल मतदान केन्द्र से घर वापसी की सुविधा ही मिल सकेगी। मतदान केन्द्र पर पहुंचाने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
अनुपम राजन, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश