बिना लाइसेंस के ओटीसी दवाओं की बिक्री की अनुमती देने का प्रस्ताव गंभीर चिंता का विषय
धार
जिला केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष डॉ. अशोक शास्त्री एवं सचिव आशीष बाँगर ने बताया की आल इंडिया आर्गनाइजेशन ऑफ़ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट (AIOCD) भारत में बिना लाइसेंस के ओवर – द – काउंटर (OTC) दवाओ की बिक्री की अनुमति देने के केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर गहरी चिंता व्यक्त की हे I देश के स्वस्थ मंत्री , प्रमुख स्वस्थ सचिव भारत के औषधिक महानियंत्रक, स्वास्थ सेवाओ में था । महानिदेशक, राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA) के अध्यक्ष ओर अन्य संबंधित अधिकारियों को सौप गए एक विस्तृत ज्ञापन में AIOCD ने इस प्रस्ताव से जुड़े महत्वपूर्ण जोखिम पर प्रस्ताव डाला है I AIOCD के अध्यक्ष जे.इस.शिंदे ओर महासचिव राजीव सिंघल ने इस बात ओर जोर दिया की इस तरह का कदम मौजूदा दावा कानूनों, फार्मेसी विनयमो और माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों सहित प्रासंगिक कानूनी ढाचे का उलंघन करेगा I उचित विनियमन के बिना ओटीसी दावा बिक्री की अनुमति देने से गंभीर खतरे पैदा होते हैं, जिनमे निम्न सामिल ही है, लेकिन यह इन्ही तक सीमित नहीं है I
खतरनाक स्व–चुकीत्सा और नशीली दवाओं का दुरुपियोग, फार्मासिस्ट परामर्श सेवाओ का अभाव, प्रतिकूल दवा प्रतिक्रियाओं का बढ़ता जोखिम, नकली दवाओ का प्रसार, स्वास्थ सेवाओ तक पहुंच में देरी, दवा की अधिक मात्रा के कारण बीमारियों की अधिक घटनाएं, दवा भंडारण के मानकों से समझोता, अपर्याप्त फर्माकोविजीलेंस, उपाय यह सभी खतरे और चैलेंज भी जनता के लिए होंगे l AIOCD सरकार से इस प्रस्ताव के बहुआयामी निहितर्थों पर विचार करने का आग्रह करता है, जिसमे इस बात पर जोर दिया गया है कि सामान्य और किराने की दुकानों में दवाओ की अनियमित उपलब्धता समाज के सर्वोत्तम हितों की पूर्ति नही करती है I
देश भर में 12.40 लाख केमिस्ट की सदस्यता के साथ AIOCD स्वास्थ सेवा प्रणालिकी अखंडता को कमजोर करने वाले किसी भी उपाय का द्रढता से विरोध करता है I संघटन इस मामले से संबंधित विनियमो के निर्माण में AIOCD सहित सभी प्रासंगिक हितधारकों से परामर्श करने के महत्व पर जोर देता है I उक्त जानकारी नगर अध्यक्ष विनीत खत्री ने दी ।