कोलकाता रेप केस पर पहली बार बोलीं प्रियंका गांधी, ‘जहां महिला सुरक्षा पर सख्त संदेश की जरूरत थी
नई दिल्ली
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी और हत्या समेत हाल ही में देश में महिला अत्याचार की हुई अन्य घटनाओं को लेकर शुक्रवार को एक ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने इन घटनाओं को लेकर भारी नाराजगी जताई और कहा कि इन क्रूरताओं ने देश को झकझोर कर रख दिया है। उनका कहना था कि ऐसे मामलों में बार-बार नरमी, आरोपियों को राजनीतिक संरक्षण और दोषियों को जमानत या पैरोल देने से महिलाओं का मनोबल गिरता है। उन्होंने पूछा कि जब सरकारी आंकड़े बताते हैं कि हर दिन 86 बलात्कार हो रहे हैं, तो महिलाएं किससे सुरक्षा की उम्मीद करें?
एक्स प्लेटफॉर्म पर की अपनी पोस्ट में प्रियंका ने लिखा, 'कोलकाता, बिहार, उत्तराखंड और यूपी में महिलाओं के साथ हुई क्रूरताओं ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस समय देश भर की महिलाएं दुख और गुस्से में हैं। जब भी ऐसी घटनाएं होती हैं तो देश की महिलाएं देखती हैं कि सरकारें क्या कर रही हैं? उनकी बातों और उपायों में कितनी गंभीरता है? जहां भी महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सख्त संदेश देने की जरूरत हुई, वहां आरोपियों को बचाने की कोशिशें की गईं।'
आगे उन्होंने लिखा, 'महिलाओं पर जघन्य अत्याचार के मामलों में बार-बार नरमी बरतना, आरोपी को राजनीतिक संरक्षण देना और सजायाफ्ता कैदियों को जमानत/पैरोल देने जैसी हरकतें महिलाओं को हतोत्साहित करती हैं। इससे देश की महिलाओं में क्या संदेश जाता है? जब सरकारी आंकड़ों में हर दिन 86 रेप हो रहे हों, महिलाएं सुरक्षा की आशा किससे करें?'
प्रियंका ने ट्वीट में किया इन 3 घटनाओं का जिक्र
कांग्रेस महासचिव का यह ट्वीट पिछले सप्ताह 9 अगस्त को कोलकाता में सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए जघन्य बलात्कार और हत्या को लेकर पूरे देश में आक्रोश के बीच आया है। साथ ही प्रियंका ने अपनी पोस्ट में उत्तराखंड के रुद्रपुर में हुई उस घटना का भी जिक्र किया, जिसमें एक निजी अस्पताल की नर्स के साथ बलात्कार करके और उसके चेहरे को पत्थर से कुचलकर उसकी हत्या कर दी गई। साथ ही आरोपी ने उसके शव को उत्तराखंड की सीमा के पास उत्तर प्रदेश के एक गांव में खाली पड़े प्लॉट में फेंक दिया। इसके अलावा प्रियंका ने जिस तीसरी घटना का जिक्र किया वो बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में हुई, जहां 14 वर्षीय दलित लड़की का उसके घर से अपहरण कर लिया गया और उसका शव एक तालाब में मिला, जिस पर चोट के निशान थे।