बजट सत्र से पहले PM की विपक्ष को नसीहत, जनवरी 2029 के बाद राजनीति करना

नईदिल्ली
यह सत्र देशवासियों के सपनों की नींव रखने वाला है। देश बहुत बारीकी से हम सभी के काम को देख रहा है। यह गर्व का विषय है कि करीब 60 साल के बाद कोई सरकार तीसरी बार वापस आई। तीसरी पारी का पहला बजट रखने का सौभाग्य प्राप्त हो, यह गर्व का विषय है। देशवासी इसे गरिमा के तौर पर देख रहे हैं। मैं देशवासियों को जो गारंटी दे रहा हूं, उनको जमीन पर उतारने वाला यह बजट होगा। यह अमृतकाल का महत्वपूर्ण बजट है। हमें 5 साल का जो अवसर मिला है, उसकी दिशा यह बजट तय करेगा। यह बजट 2047 में विकसित भारत के सपने को पूरा करने की मजबूत नींव रखेगा।

पावन दिन शुरू हो रहा महत्वपूर्ण सत्र- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,'आज सावन का पहला सोमवार है. इस पावन दिन पर एक महत्वपूर्ण सत्र शुरू हो रहा है. मैं देशवासियों को सावन के पहले सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. आज संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है. पूरे देश की नजर इस पर है. यह एक सकारात्मक सत्र होना चाहिए.'
 
अमृत काल का महत्वपूर्ण बजट: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,'गर्व की बात है कि 6 साल के बाद कोई सरकार तीसरी बार सत्ता में आई है और तीसरी बार पहला बजट पेश करेगी. मैं देश के लोगों को गारंटी देता रहा हूं और हमारा मिशन इसे जमीन पर उतारना है. यह बजट अमृत काल का महत्वपूर्ण बजट है. आज का बजट हमारे अगले 5 साल के कार्यकाल की दिशा तय करेगा. यह बजट हमारे विकसित भारत के सपने का मजबूत आधार भी बनेगा.'

हर देशवासी के लिए गर्व की बात है कि उभरती अर्थव्यवस्थाओं में भारत सबसे तेजी से बढ़ रहा है। 8 प्रतिशत की ग्रोथ के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। भारत में पॉजिटिव आउटलुक, इन्वेस्टमेंट और परफॉर्मेंस का माहौल है। हम बीते तीन सालों से लगातार 8 फीसदी की ग्रोथ कर रहे हैं। देशवासियों ने अपना फैसला ले लिया है। अब सभी चुने हुए सांसदों की जिम्मेदारी है कि अब दल के लिए नहीं बल्कि अगले 5 सालों में देश के लिए लड़ना है। मैं सभी राजनीतिक दलो से भी कहूंगा कि हम आने वाले साढ़े 4 साल के लिए देश को समर्पित हो जाएं।

आप जनवरी 2029 में मैदान में जाएं। आपको 6 महीने जो भी खेल खेलने हैं, खेल लीजिए। लेकिन तब तक सिर्फ देश के गरीब, किसान, युवा और महिलाओं के सामर्थ्य के लिए जुट जाएं। 2047 के सपनों को पूरा करने के लिए हम ताकत लगा रहे हैं। मुझे आज बड़े दुख के साथ कहना है कि 2014 में कुछ सांसद 5 साल के लिए आए। कुछ लोगों को 10 साल काम का मौका मिला। लेकिन तमाम सांसद ऐसे रहे, जिन्हें सदन में अपनी बात कहने का मौका नहीं मिला। ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ नकारात्मक लोगों ने अपनी विफलताओं को ढांकने के लिए सदन का दुरुपयोग किया। मैं अपील करूंगा कि नए सदस्यों को मौका मिले। उन्हें बोलने दिया जाए और ज्यादा से ज्यादा लोग आगे आ सकें।

आपने देखा होगा कि पहले ही सदन में किस तरह उसकी आवाज को कुचलने का प्रयास हुआ, जिसे सरकार चलाने का जनादेश मिला है। ढाई घंटे तक प्रधानमंत्री की आवाज दबाने की कोशिश हुई। यह सोचने की बात है कि देशवासियों ने हमें यहां देश के लिए भेजा है। दल के लिए नहीं। विपक्षी विचार गलत नहीं है, लेकिन नकारात्मकता बुरी चीज है।

संसद के गरिमापूर्ण मंच का उपयोग करें
पीएम मोदी ने सभी सियासी दलों से अपील करते हुए कहा,'मैं सभी राजनीतिक दलों से कहूंगा. आइए हम आने वाले चार-साढ़े चार साल दल से ऊपर उठकर देश को समर्पित होकर संसद के गरिमापूर्ण मंच का उपयोग करें.'

'140 करोड़ देशवासियों की आवाज दबाने का प्रयास'

विपक्ष पर कड़ा हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा,'पार्लियामेंट के नए संसद गठन होने के बाद यह पहला सत्र था. 140 करोड़ देशवासियों ने जिस सरकार को बहुमत के साथ सेवा करने का हुकुम किया. उसकी आवाज को कुचलने का अलोकतांत्रिक प्रयास किया गया. ढाई घंटे तक देश के प्रधानमंत्री को रोकने का उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया गया.'

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