यात्रियों की हो गई बल्ले-बल्ले, भारतीय रेल 200 किलोमीटर की रेंज में इन रूटों पर शुरू होने जा रही वंदे भारत मेट्रो
नई दिल्ली
देश की सबसे लोकप्रिय ट्रेन वंदे भारत के चाहने वालों के लिए खुशखबरी है। भारतीय रेल 200 किलोमीटर की रेंज में पड़ने वाले अहम स्टेशनों के बीच वंदे भारत मेट्रो सर्विस शुरू करने जा रही है। ऐसा बताया जा रहा है कि रेलवे आठ से ज्यादा अलग-अलग रूटों पर वंदे भारत मेट्रो सेवा शुरू करने वाली है। इन रूटों में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से 200 किलोमीटर की रेंज में पड़ने वाले स्टेशनों में बैतूल, सागर और शाजापुर के लिए वंदे भारत मेट्रो सेवा शामिल है। इसके अलावा दिल्ली से आगरा के बीच भी यह सेवा शुरू की जाएगी।
वंदे भारत की यह नई सेवा राजधानी दिल्ली से ताजनगरी के लिए शुरू की जाएगी। खास बात यह है कि 200 किलोमीटर के इस सफर को वंदे भारत मेट्रो के जरिए सिर्फ 90 मिनट में पूरा किया जाएगा। ट्रेन का ट्रायल जुलाई माह में होगा। वहीं भोपाल से चलने वाली वंदे भारत मेट्रो ट्रेनों के रूट की बात करें तो पहली ट्रेन भोपाल से होशंगाबाद-इटारसी होते हुए बैतूल तक चलने वाली है, जबकि दूसरी ट्रेन भोपाल से बीना होते हुए सागर को जोड़ेगी। वहीं तीसरी ट्रेन सीहोर होते हुए शाजापुर तक जाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वंदे भारत मेट्रो ट्रेनों के लिए विस्तृत कार्यक्रम जून के अंत तक जारी होने की उम्मीद है। ऐसा बताया जा रहा है जुलाई में इस सेवा को शुरू किया जाएगा। इन ट्रेनों को औसतन 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से संचालित करने का अनुमान है, जिससे यात्रियों के लिए यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा।
इन रूटों पर शुरू की जा सकती है वंदे भारत
अन्य रूटों की बात करें तो मुंबई और उसके सब अर्बन शहरों को कवर करने वाली वंदे भारत मेट्रो सेवा शुरू की जा सकती है। इसके अलावा कानपुर-लखनऊ वंदे भारत मेट्रो, दिल्ली-मेरठ वंदे भारत मेट्रो, मुंबई-लोनावला वंदे भारत मेट्रो, वाराणसी-प्रयागराज वंदे भारत मेट्रो, पुरी-भूवनेश्वर वंदे भारत मेट्रो, देहरादून-काठगोदाम वंदे भारत और आगरा-मधुरा-वृंदावन वंदे भारत मेट्रे सेवा शुरू की जा सकती है।
ट्रायल जल्द ही शुरू होगा
जुलाई में होने वाली छोटी दूरी की वंदे मेट्रो ट्रेनों के ट्रायल रन के साथ भारतीय रेलवे एक नई यात्रा शुरू करने जा रहा है। इसके अलावा, वंदे भारत के स्लीपर वर्जन का ट्रायल अगले महीने शुरू होगा। यह ट्रायल 1,000 किलोमीटर से अधिक के मार्गों को कवर करेगा। 100-250 किलोमीटर की दूरी के लिए डिजाइन की गई वंदे मेट्रो ट्रेनें लगभग 124 शहरों के बीच कनेक्शन स्थापित करेंगी।