कैंसर कोशिकाओं पर प्रहार करेगी ओजोन थेरेपी, इंदौर के आयुर्वेद कॉलेज की पहल

इंदौर
गंभीर बीमारी कैंसर से जूझ रहे मरीजों के लिए राहत की एक नई उम्मीद जगी है। शासकीय अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज एवं अस्पताल में अब ओजोन थेरेपी का संचालन किया जाएगा। यह थेरेपी कैंसर के इलाज में सहायक सिद्ध होगी और शरीर में आक्सीजन की मात्रा बढ़ाकर मरीजों को ऊर्जा प्रदान करेगी।
प्राचार्य डॉ. अजीत पाल सिंह चौहान ने बताया कि आक्सीजन मानव शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक है। दूषित पर्यावरण, फेफड़ों की बीमारियों और अन्य कारणों से शरीर को पर्याप्त आक्सीजन नहीं मिल पाती, जिससे कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में ओजोन थेरेपी शरीर में ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाकर रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है।
शल्य तंत्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अखिलेश भार्गव ने बताया कि ओजोन, ऑक्सीजन का एक सक्रिय रूप है, जो शरीर के रक्त, लसिका और ऊतकों में जाकर कोशिकाओं से जुड़ता है। इस थेरेपी में एक विशेष मशीन के माध्यम से शरीर में आक्सीजन प्रवाहित की जाती है। इससे कैंसर कोशिकाओं को समाप्त करने, शरीर को डिटाक्स करने और घावों को भरने में सहायता मिलती है। यह थेरेपी सप्ताह में दो दिन दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि ओजोन थेरेपी के लिए कॉलेज को दान में यह मशीन प्राप्त हुई है।
हर वर्ष आते हैं एक हजार से अधिक मरीज
डॉ. भार्गव ने बताया कि हमारे यहां वर्षों से कैंसर यूनिट संचालित है। हर वर्ष देश के विभिन्न राज्यों से एक हजार से अधिक मरीज कैंसर का इलाज करवाने के लिए आते हैं। इस थेरेपी के आरंभ होने से कैंसर मरीजों को अधिक लाभ पहुंचाया जा सकेगा। ओजोन थेरेपी द्वारा शरीर में आक्सीजन की मात्रा बढ़ाकर बीमारियों को समाप्त किया जा सकता है और स्वस्थ जीवन जीने में मदद मिलती है।
अन्य बीमारियों में भी सहायक
यह थेरेपी अन्य बीमारियों में भी सहायक है। इसे शरीर में मलमार्ग से सीधे इंजेक्शन के जरिए रक्त में, मांसपेशियों में अथवा त्वचा पर दिया जाता है। यह कैंसर के साथ-साथ जोड़ों के दर्द, कमर दर्द, घुटनों के दर्द और त्वचा रोगों में भी प्रभावी है। थेरेपी द्वारा शरीर की कोशिकाएं अधिक आक्सीजन अवशोषित करती हैं, जिससे शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
प्राणायाम अत्यंत लाभकारी
विशेषज्ञों का कहना है कि यह चिकित्सा पद्धति नई नहीं है। लगभग तीन हजार वर्ष पहले पतंजलि योग सूत्रों में भी प्राणायाम के माध्यम से शरीर में आक्सीजन बढ़ाने की बात कही गई थी। आधुनिक यूरोपीय देशों में ओजोन थेरेपी का लंबे समय से उपयोग किया जा रहा है और इसे विज्ञानी रूप से लाभकारी माना गया है। इस थेरेपी को लागू करने और मरीजों की देखभाल के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम तैयार की गई है, जिसमें डॉ. श्वेता वर्मा, डॉ. शेखर पटेल, भारत प्रजापति, कमलेश पटेल और निशा मालवीय शामिल हैं।