NIA ने डॉ. शाहीन व परवेज के घर मारी छापेमारी, भाई-पिता के अलावा घर से बरामद हुई ये चीजें

लखनऊ
दिल्ली कार ब्लास्ट मामले में एनआईए की टीम ने लखनऊ में बड़ी कार्रवाई की है. आतंकवादी महिला डॉक्टर शाहीन और उसके भाई परवेज के घर टीम ने तलाशी अभियान चलाया. कार्रवाई के दौरान शाहीन के पिता और भाई सुएब से पूछताछ की गई. कैसरबाग के खंडारी बाजार और लालबाग, मारियांव इलाके में स्थित उनके घरों में सर्च ऑपरेशन किया गया और तमाम दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और मोबाइल कब्जे में लिए गए.
लखनऊ के मड़ियांव में छानबीन
सूत्रों के अनुसार, एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम सुबह करीब सात बजे मड़ियांव के मुत्तकीपुर इलाके में डॉ. परवेज के घर पहुंची। सुरक्षा घेरा बनाकर घर के भीतर टीम ने कई घंटे तक तलाशी ली। इस दौरान स्थानीय पुलिस भी मौके पर मौजूद रही। छापेमारी के दौरान डॉक्टर परवेज घर पर मौजूद नहीं थे। टीम ने घर के अन्य सदस्यों से पूछताछ की और कई अहम दस्तावेज़ व इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य कब्जे में लिए।
एटीएस को घर के बाहर खड़ी सफेद रंग की आल्टो कार और अंदर से स्प्लेंडर बाइक बरामद मिली। कार के शीशे पर इंटीग्रल यूनिवर्सिटी, गुड़म्बा का गेट पास चिपका मिला। घर से कुछ कंप्यूटर उपकरण, मोबाइल फोन और लैपटॉप भी जब्त किए गए हैं।
पड़ोसियों ने बताया, अकेला रहता था
टीम ने आसपास के लोगों से भी पूछताछ की। पड़ोसियों ने बताया कि डॉ. परवेज ज्यादा मेलजोल नहीं रखते थे और घर पर बहुत कम ही दिखते थे। एटीएस ने आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले, लेकिन किसी संदिग्ध की फुटेज नहीं मिली। स्थानीय लोगों के मुताबिक, 50 वर्षीय डॉ. परवेज खुद को इंटीग्रल यूनिवर्सिटी से जुड़ा बताते थे।
हालांकि, डॉ. परवेज वहां प्रोफेसर के रूप में कार्यरत थे या किसी अन्य भूमिका में, यह स्पष्ट नहीं हो सका है। एजेंसियां अब यूनिवर्सिटी प्रशासन से भी संपर्क कर उनके रिकॉर्ड और संभावित गतिविधियों की जानकारी जुटा रही हैं।
मिला आतंकी मॉड्यूल का लिंक
यह पूरा मामला फरीदाबाद में पकड़े गए आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा बताया जा रहा है। दरअसल, 30 अक्टूबर को अल-फलाह यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद से एमबीबीएस छात्र डॉ. मुजम्मिल अहमद को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। उसके किराए के घर से भारी मात्रा में विस्फोटक, एके-47 राइफल और कई मैगजीन बरामद हुई थीं। पूछताछ में मुजम्मिल ने अपनी गर्लफ्रेंड डॉ. शाहीन शाहिद का नाम बताया, जिसे बाद में गिरफ्तार किया गया।
शाहीन की कार की डिक्की से हथियार मिले थे। जांच में सामने आया कि शाहीन का लखनऊ से पुराना संबंध है। उसके दादा-दादी लालबाग इलाके में रहते थे। इसी कड़ी में एजेंसियों को डॉक्टर परवेज का नाम मिला, जो कथित तौर पर इस नेटवर्क से संपर्क में थे।
दिल्ली ब्लास्ट से हड़कंप
सोमवार शाम लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास खड़ी आई-20 कार में हुए विस्फोट से राजधानी दहल गई। धमाके में नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि 19 से अधिक लोग घायल हुए। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि आसपास खड़ी छह गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए और करीब 20 वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
प्रारंभिक जांच में पाया गया कि कार दरियागंज की ओर जा रही थी, जब ट्रैफिक सिग्नल पर यह धमाका हुआ। मौके से बरामद रासायनिक अवशेषों में वही विस्फोटक सामग्री पाई गई, जो फरीदाबाद से बरामद आरडीएक्स से मेल खा रही है।
सहारनपुर से भी जुड़ा तार
इस आतंकी नेटवर्क का सिरा सहारनपुर के डॉ. आदिल से भी जुड़ा बताया जा रहा है, जिसे कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। डॉ. आदिल की निशानदेही पर ही डॉ. मुजम्मिल को पकड़ा गया था। अब जांच एजेंसियां यह जानने में जुटी हैं कि क्या इन तीनों डॉक्टरों आदिल, मुजम्मिल और परवेज के बीच कोई संगठित नेटवर्क काम कर रहा था।
डॉ. परवेज की तलाश जारी
एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि छापेमारी में बरामद दस्तावेजों की जांच चल रही है। इनमें कुछ बैंक लेन-देन और ऑनलाइन संचार से जुड़े रिकॉर्ड भी मिले हैं। फिलहाल डॉ. परवेज फरार हैं और उनकी तलाश कई राज्यों में जारी है।
डॉ. शाहीना को लेकर बड़े दावे
डॉ. शाहीना को लेकर बड़े दावे किए जा रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि डॉ. शाहीन आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की महिला विंग की हेड है। उसका लखनऊ के लालबाग इलाके में घर है। डॉ. शाहीन लोक सेवा आयोग से चयनित होकर कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर बनी थीं। इसके बाद वह वर्ष 2013 में ये बिना किसी को बताए कॉलेज से गायब हो गई।
डॉ. शाहीन की शादी जफर हयात नाम के व्यक्ति से हुई थी। वर्ष 2015 में शाहीन ने तलाक ले लिया। वर्ष 2021 में संस्थान ने डॉ. शाहीना को बर्खास्त कर दिया। अभी वह फरीदाबाद के अलफलाह यूनिवर्सिटी से जुड़ी हुई थी।



