नाबालिग ने रची थी लूट की योजना, खाद व्यापारी की दुकान में काम करने वाला मास्टर माइंड गिरफ्तार

जांजगीर

नैला में 6 सितंबर की रात खाद व्यापारी से हुए लूट के मामले का खुलासा आखिरकार पुलिस ने कर दिया है. घटना को अंजाम देने वाला मास्टर माइंड कोई और नहीं बल्कि व्यापारी के दुकान में काम करने वाला नाबालिग कर्मचारी ही निकला, जिसने अपने दो साथियों के साथ योजनाबद्ध तरीके से लूट को अंजाम दिया था. आरोपियों को पकड़ने के साथ लूट की रकम 10 लाख रुपए बरामद करने वाली पुलिस टीम को आईजी और एसपी ने पुरस्कार देने की घोषणा की है.

पुलिस के मुताबिक, इस लूट कर मास्टरमाइंड व्यापारी के दुकान मे काम करने वाला नाबालिग युवक है, जो ‘किंग ऑफ नैला’ नाम से इंस्टाग्राम का मेंबर था. इस मामले के साथ डेढ़ माह पहले बोडसरा शराब दुकान मे हुए केश बॉक्स को चुराने का मामला सुलझा लिया गया है. इस मामले को सुलझाने मे जिले के अलग-अलग थाना से 40 पुलिस अधिकारी और जवानों को शामिल किया गया था,

जांजगीर कोतवाली थाना क्षेत्र के नैला मे 6 सितंबर की रात जब नगर के लोग गणेश विसर्जन में जुटे थे. इसी बीच अपनी दुकान बंद कर थैला मे कलेक्शन की राशि लेकर अपने घर जा रहे खाद व्यापारी अरुण अग्रवाल के सामने दो नकाबपोश युवक सामने आए और स्कूटी मे सवार अरुण अग्रवाल को हथियार दिखाकर धक्का देते हुए रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो गया.

घटना की सूचना के बाद मौके के पहुंची पुलिस, डॉग स्क्वाड ने मौके का परीक्षण किया. प्रारम्भिक जांच मे सब कुछ उलझा हुआ था, जिसकी बाद पुलिस ने साइबर एक्सपर्ट की मदद लीं, और मामले का एक सप्ताह के अंदर खुलासा कर दिया.

मामले को सुलझाने के बाद पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय ने प्रेसवार्ता में मामले का खुलासा करते हुए बताया कि इस लूट का मुख्य आरोपी नाबालिग है, जो व्यापारी अरुण अग्रवाल की दुकान में काम करता था. घटना के सप्ताह भर पहले अपने साथी विक्की पंडित और मुकेश सूर्यवंशी को जानकारी दी थी, और दुकान जाना बंद कर दिया था. 6 सितम्बर को जब दुकान के कर्मचारी गणेश विसर्जन के लिए छुट्टी पर थे, तब अरुण अग्रवाल ने फोन करके उस नाबालिग़ युवक को काम के लिए बुलाया था.

दिन भर काम करने के बाद नाबालिग ने रात में अपने दोस्तों को इंस्टाग्राम ग्राम के माध्यम से अंगूठा का सिग्नल भेज कर सेठ के अकेले घर जाने की सूचना दी, जिसके बाद दोनों युवकों ने अरुण अग्रवाल के घर ने कुछ दूर पहले अँधेरे मे खड़े होकर इंतजार करने लगे और जैसे ही स्कूटी मे सवार अरुण अग्रवाल सुनसान गली में घुसे, तब दोनों आरोपी अपने मुंह मे गमछा बाँध कर चाकू दिखाया और स्कूटी से गिरा कर रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो गए.

पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम सीन क्रिएट करते हुए सीसीटीवी कैमरों का परीक्षण किया, जिसमें दुकान में काम करने वाला नाबालिग युवक स्टेशन की ओर फोन में बात करते हुए भागते और फिर वापस आते नजर आया. इसके साथ ही कुछ दिन पहले हुए मारपीट के मामले की शिकायत को जांच में लिया, और मामले का परतदर परत खुलासा होने लगा.

आरोपियों ने कुल 10 लाख 40 हजार रुपए की लूट की थी, और 3 लाख 30 हजार रुपए खर्च करने के लिए निकाल कर बाकी राशि को अमोरा गांव में एक बॉक्स में रख कर केला पेड़ के नीचे दबा दिया था. पुलिस ने आरोपियों से लूट की राशि जब्त कर लिया है.

एसपी विजय पाण्डेय ने बताया कि आरोपियों में शामिल विक्की पंडित मूलत: बिहार का रहने वाला है, जो अमोरा गांव में रहता है. वहीं मुकेश सूर्यवंशी नैला का रहने वाला है. दोनों की जेल मे मुलाक़ात हुई और दोस्ती हुई थी. हाल ही में जेल से छूटने के बाद इनका मेल-जोल बढ़ा और किसी घटना को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहे थे. बोडसरा शराब दुकान में ढाई लाख चोरी करने के बाद पकड़ में नहीं आने से इनके हौसले बुलंद हो गए थे, जिसके बाद नैला में लूट की घटना को अंजाम दिया था.

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