ममता के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा है समान नागरिक संहिता को देश भर में लागू किया जाना चाहिए
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नई दिल्ली
तृणमूल कांग्रेस सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने एक बयान से जनता को चौंकाया है. उन्होंने समान नागरिक संहिता (UCC) की पैरवी की है और कहा है कि इसे देश भर में लागू किया जाना चाहिए. शत्रुघ्न सिन्हा ने उत्तराखंड में लागू हुए समान नागरिक संहिता की भी तारीफ की है.
शत्रुघ्न सिन्हा का ये बयान तब आया है जब गुजरात में भी समान नागरिक संहिता लागू करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. गुजरात में यूसीसी का मसौदा तैयार करने के लिए एक कमेटी बनाई गई हैं. इसकी अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट की सेवानिवृत जज रंजना देसाई करेंगीं. रंजना देसाई ने ही उत्तराखंड में लागू यूसीसी का मसौदा तैयार किया है.
टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने संसद के बाहर एएनआई से बातचीत करते हुए कहा, "उत्तराखंड में जो हुआ है, प्रथम दृष्टतया हम सब कहें तो सराहनीय है… यूनिफॉर्म सिविल कोड तो होना ही चाहिए, किसी भी देश में होना चाहिए और तमाम देशवासी इस बात को मानेंगे."
हालांकि टीएमसी सांसद ने कहा कि यूसीसी के अंदर बहुत सारे पेंच हैं जिन्हें दूर किये जाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि यूसीसी में बहुत सारे लोगों का, बहुत सारे वर्गों का ध्यान रखा जाना जरूरी है. ऐसा नहीं लगना चाहिए कि आप वोट के लिए अथवा चुनाव के लिए इसे लागू कर रहे हैं.
बीफ बैन का मुद्दा उठाते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि कई जगह इसे बैन किया गया है और ये सही भी है. उन्होंने कहा, "मुझे पूछोगो तो बीफ बैन सही है और बीफ बैन ही क्यों पूरे देश में नॉनवेज ही बैन किया जाना चाहिए. ये मेरी राय है."
उन्होंने केंद्र पर नाराजगी जताते हुए कहा कि आपने कई जगह बीफ बैन किया हुआ है और कई जगह इसे बैन नहीं किया है. नॉर्थ ईस्ट में क्या है?
उन्होंने कहा कि बीफ को लेकर नॉर्थ इंडिया में 'मम्मी'और नॉर्थ ईस्ट में 'यम्मी' वाली नीति नहीं चलेगी.
यूनिफॉर्म सिविल कोड की चर्चा करते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि यूसीसी में बहुत पेंच है. इस पर विचार विमर्श के लिए सर्वदलीय बैठक होनी चाहिए.सबकी राय ली जानी चाहिए. और इसे चुनाव अथवा वोट के दृष्टिकोण से नहीं देखा जाना चाहिए. इसे समझबूझ कर सावधानी के साथ किया जाना चाहिए.
टीएमसी सांसद ने कहा कि अगर इसे सावधानी के साथ, चर्चा के बाद लागू किया जाएगा तो इसके सकारात्मक परिणाम होंगे.
गौरतलब है कि शत्रुघ्न सिन्हा पहले बीजेपी के ही नेता थे. लेकिन लंबे समय तक बीजेपी नेतृत्व से दूरी के बाद अप्रैल 2019 में वे कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे.
मार्च 2022 में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी. अप्रैल 2022 में आसनसोल लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में उन्होंने बीजेपी को शिकस्त दी थी. फिर 2024 लोकसभा चुनाव में उन्होंने आसनसोल सीट से टीएमसी के टिकट पर जीत हासिल की थी.