लोस चुनाव : समय की बचत करने लिया निर्णय
भोपाल
जिले में पहली बार लोकसभा चुनाव को लेकर एक नई व्यवस्था शुरू करने की कार्ययोजना बनाई गई है। जिला प्रशासन इस बार चुनाव के दौरान वितरित की जाने वाली ईवीएम मशीनों का वितरण लाल परेड मैदान से करेंगे, लेकिन चुनाव के बाद ये सीधे मशीनें पुरानी जेल में विधानसभावार जमा की जाएगी।
इसमें जेल परिसर के अंदर पूरी व्यवस्था की जाएगी। चार विधानसभा के काउंटर जेल के अंदर और तीन विधानसभा के काउंटर जेल परिसर के अंदर मैदान में की जाएगी। प्रशासन का तर्क है कि इससे मतदानकर्मियों के समय की बचत होगी और गर्मी के कारण होने वाली परेशानी से भी राहत मिलेगी। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में बैठक कर इस कार्ययोजना को एक-दो दिन में फाइनल कर लिया जाएगा।
एडीएम हर्षल पंचोली ने बताया कि लोकसभा चुनाव को व्यवस्थित तरीके से सम्पन्न कराने के लिए जिले में तेजी से काम किया जा रहा है। चुनाव के लिए हमने साढ़े 14 हजार कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने का काम लगातार जारी है। चुनाव संबंधी सभी काम को प्राथमिकता से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भदभदा रोड पर ईवीएम गोडाउन बना है। यहां से मतदान सामग्री वितरण के दौरान ईवीएम लाल परेड ग्राउंड और एमवीएम स्टेडियम में लाई जाती थी। यहां से मतदान सामग्री पोलिंग दलों को मिलती थी और फिर वहीं पर जमा होती रही है।
इसके बाद सुरक्षा के कड़े घेरे में ये स्ट्रॉन्ग रूम में पहुंचती थी। विधानसभा चुनाव के दौरान भी यही प्रोसेस अपनाई गई थी, लेकिन लाल परेड ग्राउंड-एमवीएम स्टेडियम से स्ट्रॉन्ग रूम में ले जाने में अफसरों के सामने कई चुनौतियां भी रहती हैं। सुरक्षा के साथ ईवीएम को सुरक्षित तरीके से ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम तक पहुंचाया जाता रहा है। इस कारण इस बार सीधे पुरानी जेल परिसर में लोकसभा चुनाव के बाद ईवीएम सहित चुनाव सामग्री जमा कराने की कार्ययोजना बनाई गई है। इस पर काम फाइनल किया जाना है।