उत्तर प्रदेश के रामपुर में तेंदुए की दहशत, वन विभाग ने कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा, किया पिंजरे कैद
रामपुर
उत्तर प्रदेश के जनपद रामपुर वन विभाग की टीम को कई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद एक तेंदुए को सकुशल पकड़कर पिंजरे में बंद कर दिया है। आज वन विभाग के टीम के अधिकारियों को सूचना मिली की रामपुर की तहसील टांडा के खलखेड़ गांव में एक तेंदुआ करखेड़ा में फंसा हुआ है सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो तेंदुआ खाबड़ तोड़कर भाग गया था, लेकिन तुरंत ही वन विभाग की टीम और रामपुर पहुंचे पीलीभीत से वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट डॉक्टर और स्थानीय पुलिस के सहयोग से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और कई घंटे ड्रोन से उसपर नजर रखी गई। रविवार को कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुए को जाल में कैद किया और वाइल्डलाइफ डॉक्टर के सहयोग से उसको बेहोश किया गया और तुरंत ही वन विभाग के पिंजरे में उसे कैद कर लिया गया।
तेंदुए को किया गया था बेहोश
डीएफओ रामपुर राजीव कुमार ने बताया, रविवार सुबह हमें सूचना मिली थी कि खलखेड़ा गांव के टांडा तहसील में एक तेंदुआ है और वह खाबड़ में फंसा हुआ है तो तत्काल हमने मौके पर टीम को भेजा, लेकिन जब तक टीम मौके पर पहुंचती है वह खाबड़ा तोड़कर भाग गया था। बराबर में धान का खेत था तो यह काफी मुश्किल ऑपरेशन था, लेकिन हमारे वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट डॉक्टर दक्ष पीलीभीत से आए थे, उन्होंने और हमारे स्टाफ ने कड़ी मशक्कत के बाद एक तेंदुए को सकुशल पकड़कर पिंजरे में बंद कर दिया है। हमने इसको टेंपोलाइज्ड किया इसको बेहोशी की दवा देकर इसको बेहोश किया गया और उसके बाद इसको सकुशल लाया गया।
अब तक कितने तेंदुए पकड़े जा चुके हैं?
डीएफओ रामपुर ने बताया, दो माह में लगभग यह तीसरा तेंदुआ है और हम लोग प्रतिबंध है। रामपुर की जनता के लिए की कोई भी किसी प्रकार की अनहोनी और रामपुर की जनता के साथ हमेशा खड़े रहेंगे। यह हमारा कर्तव्य भी है कोई भी वन्य जीव किसी भी कारण से बाहर आता है क्षेत्र में तो उसको पकड़ना सकुशल और प्रथाविक वास में छोड़ना यह हमारा दायित्व है। अगर आगे भी तेंदुआ होगा तो वह भी पकड़ा जाएगा।