खालिस्तानी आतंकी संगठन का कहना है कि रूस ने भारत के साथ मिलकर निज्जर को मरवा डाला, लगाए आरोप

ओटावा
प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ) ने कनाडा में रूसी राजदूत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस खालिस्तानी आतंकी संगठन का कहना है कि रूस ने भारत के साथ मिलकर निज्जर को मरवा डाला। इसने कनाडा में रूसी राजदूत व्लादिमीर स्टेपानोव और अमेरिका में भारतीय राजदूत विनय क्वात्रा की सार्वजनिक गतिविधियों का पता लगाने के लिए 25,000 डॉलर (21 लाख रुपये) का इनाम घोषित किया है। SFJ ने आरोप लगाया है कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में रूस ने भारत का साथ दिया।

SFJ के संस्थापक, गुरपतवंत सिंह पन्नू ने दावा किया है कि "रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के प्रति समर्थन, खालिस्तान समर्थक सिखों के लिए खतरा है।" उन्होंने आरोप लगाया कि स्टेपानोव और क्वात्रा ने अमेरिका और कनाडा में खालिस्तान समर्थक सिखों के खिलाफ जासूसी नेटवर्क चलाया।

रूस पर "सिग्नल इंटेलिजेंस" शेयर करने का आरोप
SFJ ने दावा किया कि कनाडा में रूसी दूतावास ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के टेलीग्राम अकाउंट को हैक कर भारतीय खुफिया एजेंसियों को जानकारी दी। इस जानकारी के आधार पर 18 जून 2023 को निज्जर की हत्या हुई। SFJ ने यह भी कहा कि रूसी एजेंसियों ने पन्नू के टेलीग्राम अकाउंट को भी हैक किया और उसकी गतिविधियों की जानकारी भारत के रॉ अधिकारियों को दी, जिससे उनके खिलाफ हत्या की साजिश रची गई।

कनाडा-अमेरिका में राजनयिक संकट से जुड़े आरोप
पन्नू ने यह आरोप ऐसे समय पर लगाया है जब भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंधों में तनाव है। SFJ के इन आरोपों को भारत ने खारिज किया है और इसे पन्नू की भड़काऊ साजिश बताया है। विशेषज्ञों का मानना है कि SFJ की गतिविधियां खालिस्तानी एजेंडे को बढ़ावा देने और भारत के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाने की रणनीति का हिस्सा हैं।

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