जेपी मॉर्गन के सीईओ ने पीएम मोदी की तारीफ और उनके कई कामों की तारीफ की
वॉशिंगटन
अमेरिका स्थित बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के प्रमुख जेमी डिमन ने पीएम मोदी की तारीफ की है। आबादी के एक बड़े हिस्से को गरीबी से बाहर निकालने की सरकार की उपलब्धि को देखते हुए उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। डिमन इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की ओर से आयोजित लंच में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, 'मोदी ने भारत में अविश्वसनीय काम किया है। मैं यहां के लिबरल प्रेस को जानत हूं जिन्होंने उनकी जमकर आलोचना की है। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है।' उन्होंने गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढांचे के विकास और नौकरशाही सुधारों में पीएम मोदी के प्रयासों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने आगे कहा, 'कई अमेरिकी अधिकारी भारत को लेकर कल्पना करते हैं। भला हम कैसे सोच सकते हैं कि उन्हें अपना देश कैसे चलाना चाहिए। मोदी चुनौतियों का डटकर सामना कर रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों पर पीएम मोदी की आलोचना करती हैं। इसके बावजूक कि भारत में लाखों लोगों के पास शौचालय जैसी मूलभूत चीजें नहीं हैं।' डिमन ने आगे कहा, 'उन्होंने यह अद्भुत चलन शुरू किया जिसमें हर नागरिक को हाथ, आंख या उंगली से पहचाना जाता है।' यहां वह आधार की बात कर रहे हैं, जिसमें पहचान के लिए आंखों और हाथ का स्कैन जरूरी होती है।
अमेरिका में चाहिए पीएम मोदी जैसा नेता?
डिमन ने आगे पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा, 'उन्होंने 70 करोड़ लोगों के बैंक खाते खोले हैं, जिसमें डायरेक्ट ट्रांसफर किया जा रहा है। भारत की शिक्षा प्रणाली और बुनियादी ढांचा उल्लेखनीय है, जो संपूर्ण सुधार कर रहा है। लेकिन सख्त नौकरशाही को तोड़ने के लिए आपको सख्त होना होगा, और वह (मोदी) वही कर रहे हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'हमें भी अमेरिका में कुछ-कुछ इसी तरह की जरूरत है।' विश्लेषक का मानना है कि डिमन इशारों-इशारों में कह रहे हैं कि अमेरिका में भी पीएम मोदी जैसे नेता की जरूर हैं।
चुनाव से पहले की तारीफ
डिमन ने आगे कहा, 'मुझे लगता है उनके पास 29 राज्य या ऐसा ही कुछ है। यह लगभग यूरोप की तरह है, जहां हर जगह अलग-अलग टैक्स प्रणालियां हैं, जिससे भारी भ्रष्टाचार होता है। वह उन सभी चीजों को तोड़ रहे हैं। अभी-अभी इन चीजों को बदला है और हमें यहां इसकी थोड़ी और जरूरत है।' डिमन ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए यह बयान तब दिया है, जब भारत में चुनाव चल रहा है। पीएम मोदी 2014 में पहली बार सत्ता में आए थे। दूसरी बार 2019 का चुनाव उन्होंने जीता था।