इजरायल ने ईरान के उस क्षेत्र को निशाना बनाया, जहां उसका न्यूक्लियर प्लांट और वायु रक्षा प्रणालियां हैं

नई दिल्ली
इजरायल और ईरान के बीच जंग के आसार लगातार बने हुए हैं। पिछले हफ्ते ईरान के इस्फ़हान प्रांत पर इजरायल ने ही ड्रोन और मिसाइल से हमले किए। इजरायल ने ईरान के उस क्षेत्र को निशाना बनाया, जहां उसका न्यूक्लियर प्लांट और वायु रक्षा प्रणालियां हैं। ईरान पर हमले की सैटेलाइट तस्वीरें आई हैं जो तबाही के निशान बयां कर रही है। तस्वीरों में ईरान के S-300 एयर डिफेंस सिस्टम के क्षतिग्रस्त होने के सबूत मिले हैं। इस हमले की जिम्मेदारी न ही इजरायल लेने को तैयार है और न ही ईरान मान रहा है कि उस पर हमला हुआ है।

दोनों देशों के बीच जंग कथित तौर पर इजरायल ने 1 अप्रैल को तब शुरू किया जब उसने सीरिया में ईरानी दूतावास पर हवाई हमला करके उसके टॉप कमांडर समेत 13 की हत्या कर दी। अमेरिकी समाचार एजेंसियों का कहना है कि इजरायल ने हमले किए हैं लेकिन, वह न तो हमले की जिम्मेदारी ले रहा है और न ही हमले से इनकार कर रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि ये विस्फोट ईरान द्वारा इजरायली क्षेत्र में 300 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन हमले के जवाब में किया गया है। महज दो हफ्ते में इजरायल और ईरान के बीच तनाव इतना गहरा गया है कि जंग कभी भी शुरू होने की आशंका है। ईरान के उस क्षेत्र की सैटेलाइट तस्वीरों से दावा किया है कि जहां ड्रोन और मिसाइल छोड़ी गई वो ईरान का न्यूक्लियर साइट है। सैटेलाइट में 15 और 19 अप्रैल की दो तस्वीरों का विश्लेषण किया गया है। 15 अप्रैल तो जगह सामान्य है लेकिन, 19 अप्रैल को ईरानी के एक S-300 एंटीएयरक्राफ्ट सिस्टम पर हमला देखा जा सकता है।

ईरानी डिफेंस सिस्टम को चकमा दे गए इजरायली मिसाइल
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के जिस जगह पर हमला हुआ है, वहां रडार, विशिष्ट मिसाइल लांचर और अन्य उपकरणों से लैस कई वाहन शामिल हैं। इसी स्थान पर कथित तौर पर ड्रोन और मिसाइलों ने ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम पर हमला किया। इससे पता लगता है कि इजरायली हथियार ईरानी वायु रक्षा प्रणाली को चकमा देने में कामयाब रहे और एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली से लैस क्षेत्र पर सफलतापूर्वक हमला किया।

ईरान भी हमला होने की बात नहीं मान रहा
रिपोर्ट के अनुसार, ईरानी अधिकारियों ने कहा है कि ईरान की सेना को 19 अप्रैल को उसके हवाई क्षेत्र में किसी भी ड्रोन, मिसाइल या विमानों का पता नहीं चला है। उनका कहना है कि हम पर कोई मिसाइल हमला नहीं हुआ था और ईरान की वायु रक्षा प्रणाली ऐक्टिव भी नहीं हुई थी।

ईरान को कितना नुकसान हुआ?
बीबीसी के मुताबिक, ईरान की एस-300 रक्षा प्रणाली का रडार इजरायली हमले के बाद क्षतिग्रस्त हो गया है लेकिन, मिसाइल लांचर ठीक हैं। ईरानी सरकार की आलोचक समाचार एजेंसी ईरान इंटरनेशनल का कहना है, "सैटेलाइट तस्वीरों से साफ पता लगता है कि सिस्टम का रडार, जो सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों को पकड़कर उन्हें नष्ट करता है, वह बुरी तरह से क्षतिग्रस्त है। साफ है कि हमला हुआ है लेकिन, सरकार मानने को तैयार नहीं है।

 

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