Go First के बंद होने से इंडिगो की चांदी, 2 महीने में कमाए ₹8200 करोड़
मुंबई
भारतीय एविएशन सेक्टर अभी काफी उठा-पटक के दौर से गुजर रहा है। गो फर्स्ट एयरलाइन (Go First Airlines) की सेवा ठप होने के बाद से बाकी एयरलाइंस की चांदी हो गई है। सबसे ज्यादा फायदा इंडिगो (Indigo) को होता दिख रहा है। गो फर्स्ट की सर्विस अस्थाई तौर पर बंद होने के बाद से एयरलाइन कंपनी इंडिगो (Indigo) में फ्लाइट टिकटों की डिमांड में जबरदस्त तेजी आई है। फ्लाइट टिकट के साथ-साथ इंडिगो के शेयर प्राइस (Indigo Share Price) भी रॉकेट के रफ्तार से भाग रहे हैं। इन सबका असर सीधे कंपनी के को फाउंडर के नेटवर्थ पर हो रहा है।
कौन हैं राहुल भाटिया
राहुल भाटिया इंडिगो के को-फाउंडर हैं। इंडिगो के शेयर प्राइस में हो रही तेजी के बाद राहुल भाटिया के नेटवर्थ में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। बीते दो महीनों में राहुल भाटिया की दौलत 1 अरब डॉलर यानी 8583 करोड़ रुपये बढ़ गए है। भाटिया की संपत्ति मार्च 2023 तक 4.28 अरब डॉलर थी, जो अब बढ़तक 5.32 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के अनुसार भारतीय अरबपतियों की लिस्ट में भाटिया 22वें नंबर पर हैं। इंडियो के शेयर की बात करें तो InterGlobe Aviation के शेयर में 32 फीसदी की तेजी देखने को मिली है । मार्च के अंत तक इसके शेयर 1912 रुपये थे जो चढ़कर 2,418.50 रुपये पर पहुंच गया। वहीं कंपनी की मार्केट कैपिटल इस समय 93,263.84 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
क्यों आई तेजी
जानकारों की माने तो इंडिगो के शेयर में तेजी की एक बड़ी वजह गो फर्स्ट (Go First) की सर्विस का बंद होना है। गो फर्स्ट के बंद होने के बाद से इंडिगो के शेयर में तेजी आई। कंपनी के टिकट सेल में उछाल देखने को मिला है। मार्केट जानकारों के मुताबिक प्रतिद्वंद्वी कंपनी गो फर्स्ट के मौजूदा संकट के कारण इंडिगो के शेयर में तेजी आई। गो फर्स्ट संकट के अलावा कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और कंपनी की कमाई के शुभ संकेतों के कारण इंडिगो की कमाई में तेजी आई है।