दरियादिली :द्रविड़ ने बीसीसीआई से कहा था उनका भी बोनस 2.5 करोड़ रुपये कर दिया जाए
नई दिल्ली
टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच राहुल द्रविड़ ने कुछ ऐसा किया है, जिससे उनका कद और बढ़ जाएगा। क्रिकेट को भद्रजनों का खेल कहा जाता है और द्रविड़ ने अपने खिलाड़ी होने के समय से इसको कई बार साबित भी किया है। एक बार द्रविड़ ने कुछ ऐसा किया है, जो क्रिकेट जगत में मिसाल के तौर पर याद किया जाएगा। आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2024 जीतने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने टीम इंडिया के लिए 125 करोड़ रुपये बोनस का ऐलान किया था। जिस तरह से इस बोनस का बंटवारा किया गया, लगता है द्रविड़ को वह पसंद नहीं आया। हेड कोच होने के नाते द्रविड़ को पांच करोड़ रुपये इसमें से दिए गए, जबकि टीम के बाकी कोचों को 2.5 करोड़ रुपये दिए गए। हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक द्रविड़ ने बीसीसीआई से कहा है कि उनका भी बोनस 2.5 करोड़ रुपये कर दिया जाए।
द्रविड़ चाहते हैं कि बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग कोच की तरह उन्हें भी 2.5 करोड़ रुपये ही दिए जाएं। बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, 'राहुल द्रविड़ अपने बाकी सहायक कोचों जैसे 2.5 करोड़ रुपये का ही बोनस चाहते हैं। हम उनकी भावना का सम्मान करते हैं।' 2018 में टीम इंडिया ने अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था और उस समय उस टीम के भी हेड कोच राहुल द्रविड़ ही थे, तब भी उन्होंने ऐसा ही कुछ किया था।
पहले भी ऐसा कर चुके हैं द्रविड़
द्रविड़ को हेड कोच होने के नाते 50 लाख रुपये मिले थे, जबकि बाकी सपोर्ट स्टाफ को 20 लाख रुपये दिए गए थे, और सभी खिलाड़ियों को 30 लाख रुपये दिए गए थे। द्रविड़ ने इसको लेकर ऐतराज जताया था और बीसीसीआई को फिर सभी को बराबर पैसे देने पड़े थे। बीसीसीआई ने तब कैश रिवार्ड को अपडेट करते हुए द्रविड़ समेत सभी सपोर्ट स्टाफ को 25-25 लाख रुपये दिए थे। द्रविड़ ने एक बार फिर ऐसा ही किया है। 29 जून को टीम इंडिया ने आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल मैच में साउथ अफ्रीका को सात रनों से हराकर खिताब पर कब्जा जमाया था। भारतीय टीम 4 जुलाई को स्वदेश लौटी थी, जहां मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में सम्मान समारोह के दौरान बीसीसीआई ने टीम इंडिया को 125 करोड़ रुपये का चेक सौंपा था।