मतदाता सूची में हर पात्र मतदाता का नाम शामिल करने में सहयोग करें – कलेक्टर
जिला निर्वाचन अधिकारी ने राजनैतिक दलों के साथ की बैठक
रीवा
विधानसभा निर्वाचन के लिए जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता सूची की संक्षिप्त पुनरीक्षण का कार्य शुरू किया जाएगा। इसके लिए मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन दो अगस्त को किया जाएगा। कलेक्ट्रेट के बाणसागर सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती प्रतिभा पाल ने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ मतदाता सूची के संबंध में चर्चा की। कलेक्टर ने कहा कि मतदाता सूची में हर पात्र मतदाता का नाम शामिल करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि सभी मतदान केन्द्रों में बूथ लेवल एजेण्ट नियुक्त कर मतदाता सूची में हर पात्र मतदाता का नाम शामिल करने में सहयोग करें। कई मतदान केन्द्रों में महिला मतदाताओं की संख्या निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित मापदण्डों के अनुसार कम है। इनकी सूची उपलब्ध कराई गई है। इन मतदान केन्द्रों में पात्र महिलाओं के नाम शामिल करने में सहयोग करें। निर्वाचन का मुख्य आधार ही मतदाता है। मतदाता सूची में नाम शामिल होने पर ही मतदान का अधिकार मिलता है।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन दो अगस्त को किया जाएगा। इस दिन मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों को मतदाता सूची उपलब्ध कराई जाएगी। सूची में 31 अगस्त तक दावे-आपत्तियाँ दर्ज की जाएंगी। इस अवधि में हर पात्र नए मतदाता का नाम शामिल करने के लिए प्रारूप 6 में आवेदन दिया जाएगा। बीएलए के माध्यम से पात्र व्यक्तियों के प्रारूप 6 में आवेदन बीएलओ को उपलब्ध कराएं। यदि कोई अपात्र व्यक्ति सूची में शामिल है तो उसके निरसन के लिए भी पूरे तथ्यों के साथ आवेदन प्रस्तुत करें। मतदाता सूची का अंतिम रूप से प्रकाशन 4 अक्टूबर को किया जाएगा। इसके बाद सूची में नाम जोड़ना अथवा हटाना संभव नहीं होगा।
बैठक में अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी नीलमणि अग्निहोत्री ने बताया कि जिले की अनुमानित जनसंख्या के आधार पर 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों के नाम मतदाता सूची में शामिल किए जा रहे हैं। कुल जनसंख्या में मतदाताओं का प्रतिशत 62.5 निर्धारित किया गया है। इसके आधार पर छूटे हुए मतदाताओं की मतदान केन्द्रवार अनुमानित संख्या निर्धारित की गई है। इनके नाम शामिल करने के विशेष प्रयास किए जाएंगे। जिन मतदान केन्द्रों में महिला मतदाताओं की संख्या कम है वहाँ पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। बैठक में सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।