गोविंद सिंह राजपूत पर आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज, 25 लाख देने की कही थी बात
भोपाल
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू है। प्रशासन आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन कर रहा है। आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत मिलने के बाद सागर की सुरखी विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी और वर्तमान में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के ऊपर आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है। मंत्री गोविंद के खिलाफ एक वीडियो सामने आने के बाद शिकायत दर्ज कराई हैं।
बता दें कि गोविंद सिंह राजपूत सुरखी विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी है, और गांव-गांव में उनका जनसंपर्क चल रहा है। जनसंपर्क के दौरान सुरखी विधानसभा के हिरनखेड़ा गांव में लोगों को भाजपा प्रत्याशी गोविंद सिंह राजपूत संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने कहा कि आप अपना वोट खराब ना करें और मुझे वोट दें। हमने घोषणा भी की है कि जो पोलिंग सबसे ज्यादा वोट से जीतेगी, उसे 25 लाख रुपए की राशि दी जाएगी। भाजपा प्रत्याशी गोविंद सिंह राजपूत का वीडियो वायरल होने के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी को ईमेल से शिकायत की गई और व्हाट्सएप पर वीडियो दिया गया। इसमें जांच के बाद आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है।
सुरखी विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार हैं गोविंद सिंह
गोविंद सिंह राजपूत जिले की सुरखी विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार हैं। नई दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी की वरिष्ठ नेता शोभा ओझा ने चुनाव आयोग से गोविंद सिंह को चुनाव लड़ने से रोकने का आग्रह किया। उन्होंने आरोप लगाया कि गोविंद सिंह ने लोगों को पैसे की पेशकश करके खुलेआम भ्रष्टचार को बढ़ावा दिया है।
गोविंद सिंह से पैसे के स्रोत के बारे में पूछताछ की जानी चाहिए- कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा, "गोविंद सिंह राजपूत से इस बड़ी रकम के स्रोत के बारे में पूछताछ की जानी चाहिए, जो वह अपने चुनाव बूथ प्रभारियों को ऑफर कर रहे हैं।" ओझा ने आरोप लगाया कि बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने उन बूथों के एजेंटों को 51,000 रुपये की पेशकश की है, जहां कांग्रेस को कोई वोट नहीं मिलेगा। शोभा ओझा ने कहा कि राजपूत केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी हैं।