बायजू ने कर्मचारियों को मार्च का वेतन देना शुरू किया
बायजू ने कर्मचारियों को मार्च का वेतन देना शुरू किया
बीते वित्त वर्ष में इंदौर एसईजेड से निर्यात 11.5 प्रतिशत बढ़कर 14,265 करोड़ रुपये पर
आईपीईएफ सिंगापुर में आयोजित करेगा निवेशक मंच की बैठक
नई दिल्ली
बायजू ब्रांड की मालिक शिक्षा प्रौद्योगिकी फर्म थिंक एंड लर्न ने नौ दिन की देरी के बाद अपने कर्मचारियों को मार्च का वेतन देना शुरू कर दिया है।
सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए कहा कि भुगतान प्रक्रिया अगले 10 दिन में पूरी होने की उम्मीद है।
कंपनी ने कर्मचारियों को भेजे पत्र में इस देरी के लिए चार निवेशकों के समूह को जिम्मेदार ठहराया है।
बायजू ने कर्मचारियों को एक ईमेल में कहा, ‘‘हमें आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि वेतन वितरण आज शुरू हो गया है और अगले 10 दिन में पूरा हो जाएगा। हमारे प्रयासों के बावजूद, चार विदेशी निवेशकों की कार्रवाई के चलते हमें अभी तक राइट इश्यू से जुटाए गए कोष तक पहुंच नहीं मिली है। इसके बावजूद, हमने समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के लिए वैकल्पिक उधारी का इंतजाम किया है।’’
कंपनी ने कर्मचारियों के वेतन से संबंधित खर्चों सहित अपनी परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए राइट इश्यू से 20 करोड़ अमेरिकी डॉलर जुटाए थे।
हालांकि, चार निवेशकों – प्रोसस, जनरल अटलांटिक, सोफिना और पीक 15 ने राइट इश्यू के खिलाफ राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) में यह कहते हुए याचिका दायर की कि इससे कंपनी की शेयरधारिता में बदलाव होगा। इन निवेशकों को टाइगर और आउल वेंचर्स सहित अन्य शेयरधारकों का समर्थन भी मिला।
सूत्रों ने बताया कि निचले वेतनमान वाले 25 प्रतिशत कर्मचारियों को पूरा भुगतान मिलेगा, जबकि वरिष्ठ कर्मचारियों को आंशिक भुगतान मिलेगा।
बीते वित्त वर्ष में इंदौर एसईजेड से निर्यात 11.5 प्रतिशत बढ़कर 14,265 करोड़ रुपये पर
इंदौर,
बीते वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान इंदौर के विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) से निर्यात करीब 11.5 प्रतिशत की बढ़त के साथ 14,265.63 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। अलग-अलग उत्पादों के कारखानों वाले इस विशेष आर्थिक क्षेत्र से 2022-23 में 12,795 करोड़ रुपये का निर्यात किया गया था।
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के एक आला अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष के दौरान इंदौर एसईजेड से हुए निर्यात में करीब 70 प्रतिशत हिस्सेदारी दवाओं की रही।
उन्होंने बताया कि 572 हेक्टेयर में फैले इंदौर एसईजेड में दवा, पैकेजिंग सामग्री, इंजीनियरिंग, वस्त्र निर्माण और खाद्य प्रसंस्करण समेत अलग-अलग क्षेत्रों के 59 संयंत्र चल रहे हैं। इनमें से 22 इकाइयां अकेले दवा क्षेत्र की हैं।
आईपीईएफ सिंगापुर में आयोजित करेगा निवेशक मंच की बैठक
नई दिल्ली
इंडो-पैसेफिक इकनॉमिक फ्रेमवर्क फॉर प्रॉसपैरिटी (आईपीईएफ) सिंगापुर में निवेशक मंच बैठक का आयोजन करेगा। इसमें घरेलू जलवायु तकनीकी उद्यमियों और कंपनियों को अपने उत्पादों को वैश्विक निवेशकों के सामने प्रदर्शित और पेश करने का मौका मिल सकता है। भारत और अमेरिका समेत 14 सदस्यीय मंच का मकसद सदस्य देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाना है।
वाणिज्य मंत्रालय ने बयान में कहा कि सरकार ने पांच-छह जून को होने वाली बैठक में भाग लेने के लिए घरेलू जलवायु तकनीकी उद्यमियों और कंपनियों से आवेदन आमंत्रित किये हैं।
आवेदन करने की अंतिम तिथि 26 अप्रैल है और आवेदनों का मूल्यांकन क्षेत्रीय और उद्योग विशेषज्ञ करेंगे।
बयान के अनुसार, ‘‘शीर्ष 100 कंपनियों की घोषणा मई, 2024 की शुरुआत में की जाएगी और छांटी गयी कंपनियों को सिंगापुर में निवेशक मंच पर अपने उत्पाद दिखाने और उसके बारे में जानकारी देने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।’’
आईपीईएफ की शुरुआत मई, 2022 में की गयी थी। इसमें 14 देश…. ऑस्ट्रेलिया, ब्रुनेई, फिजी, भारत, इंडोनेशिया, जापान, कोरिया, मलेशिया, न्यूजीलैंड, फिलिपीन, सिंगापुर, थाइलैंड, अमेरिका और वियतनाम… हैं।
यह इन देशों को मजबूत, टिकाऊ और समावेशी आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने में सहयोग करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। इसका उद्देश्य क्षेत्र में सहयोग, स्थिरता और समृद्धि में योगदान करना है।