21 जून तक लाड़ली बहना सेना में बनेंगी सेना प्रभारी-सह प्रभारी
भोपाल
प्रदेश के हर गांव जिसकी आबादी 1500 से कम है, वहां 11 सदस्यीय एवं ऐसे गांव जिनकी आबादी 1500 से अधिक है, वहां 21 सदस्यीय लाड़ली बहना सेना का गठन होगा। ग्राम तथा वार्ड स्तर पर एक लाड़ली बहना सेना होगी। जो लाड़ली बहना सेना बनेगी उसमें कम से कम 50 प्रतिशत सदस्य मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना से लाभान्वित महिलाएं होंगी। लाड़ली बहना सेना में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को अनिवार्य तौर पर शामिल किया जाएगा।
महिला और बाल विकास विभाग द्वारा लाड़ली बहना सेना के गठन को लेकर जारी गाइडलाइन में कहा है कि हर लाड़ली बहना सेना में सर्वसम्मति से लाड़ली बहना सेना प्रभारी एवं लाड़ली बहना सेना सह प्रभारी को मनोनीत किया जाएगा जो एक वर्ष तक अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगी। महिला बाल विकास विभाग की सेक्टर पर्यवेक्षक द्वारा उस ग्राम की एक सक्रिय आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को लाड़ली बहना सेना के समन्वयक के रूप में मनोनीत किया जाएगा।
विभाग के आयुक्त डॉ रामराव भोंसले के अनुसार सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी और परियोजना अधिकारियों को हर ग्राम में लाड़ली बहना सेना का गठन 21 जून तक अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए गए हैं। पिछले दिनों इस संबंध में राज्य स्तरीय आॅनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम में लाड़ली बहना सेना के उद्देश्य, स्वरूप, संचालन तथा दायित्व और कर्तव्यों की जानकारी दी गई है।
ऐसे मिलेगी सदस्यता
लाड़ली बहना सेना की सदस्यता के लिऐ 23 से 60 आयु वर्ग की महिलाएं, आंगनवाड़ी केन्द्र में जाकर अपना नाम रजिस्टेÑशन करा सकती हैं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पंजीकृत महिलाओं की सूची सेक्टर पर्यवेक्षक को उपलब्ध कराएगी। सेक्टर पर्यवेक्षक सेक्टर अंतर्गत आने वाले सभी केन्द्रों पर गठित लाड़ली बहना सेना की सूची और समन्वयक के रूप में संबंधित ग्राम की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का नाम परियोजना अधिकारी को उपलब्ध कराएंगे। लाड़ली बहना सेना के सदस्य लिखित में कारण सहित जानकारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को देकर अपनी सदस्यता समाप्त कर सकते हैं। ऐसे किसी भी रिक्त स्थान की पूर्ति लाड़ली बहना सेना प्रभारी एवं अन्य सदस्यों द्वारा सर्व-सम्मति से की जाएगी।