उत्तर प्रदेश में गरीबी पर बड़ी जीत: 6 करोड़ लोग आए गरीबी रेखा से ऊपर

लखनऊ
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में बताया कि 2017 से 2025 के बीच सरकार की लक्षित नीतियों और योजनाओं के परिणामस्वरूप 6 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में ‘जीरो पॉवर्टी’ अभियान के तहत हर जरूरतमंद तक सहायता पहुंचाई जा रही है।
सरकारी पेंशन और सामूहिक विवाह योजना से मिला लाभ
मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 1 करोड़ 6 लाख परिवारों को वार्षिक ₹12,000 की पेंशन प्रदान की गई है, जिसमें वृद्धजन, निराश्रित महिलाएं और दिव्यांग शामिल हैं। इसके अतिरिक्त यूपी में सामूहिक विवाह योजना के तहत करीब 4 लाख 77 हज़ार बेटियों के हाथ पीले हुए हैं। इन बेटियों की शादी में सरकार की ओर से सहायता दी गई। जिसमें अनुदान के रुप में राशि 51 हजार रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दी गई है।
खाद्यान्न सुरक्षा और उज्ज्वला योजना का असर
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खाद्यान्न सुरक्षा योजना के तहत 15 करोड़ लोगों को नियमित रूप से अनाज उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 1 करोड़ 86 लाख परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन और त्योहारी सीजन में मुफ्त सिलेंडर की सुविधा दी गई।
आत्मनिर्भर गांवों और वित्तीय समावेशन पर जोर
उन्होंने बताया कि ‘अन्नपूर्णा भवन’ के माध्यम से गांवों को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही, 9 करोड़ परिवारों के जनधन खाते खोलकर वित्तीय समावेशन को बढ़ावा दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पेंशन, सामूहिक विवाह और अन्नपूर्णा भवन जैसी योजनाएं समाज के कमजोर वर्ग के लिए गरिमापूर्ण जीवन सुनिश्चित करने का माध्यम बन रही हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दावा
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1947 से 2017 तक राज्य में गरीबी उन्मूलन और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ सीमित लोगों तक ही पहुंच पाता था, लेकिन 2017 के बाद किए गए लक्षित प्रयासों से गरीब और कमजोर वर्ग को व्यापक लाभ मिल रहा है।