ऑस्ट्रेलियाई कोच मैकडोनाल्ड बोले – हम जिस शैली में खेलना चाहते हैं उसके लिए प्रतिबद्ध हैं
नई दिल्ली.
ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने कहा है कि उनकी टीम तीसरे और निर्णायक वनडे मैच में अपने खेल के तयशुदा अंदाज पर ही कायम रहेगी। पिछले मैच में पाकिस्तान से 9 विकेट से हारने के बाद टीम के सामने कड़ी चुनौती है। ऑस्ट्रेलिया को इस मैच में अपने कुछ प्रमुख खिलाड़ियों की कमी खलेगी, जिनमें पैट कमिंस, स्टीव स्मिथ, मिशेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और मार्नस लाबुशेन शामिल हैं। ये सभी खिलाड़ी 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की तैयारी में जुट गए हैं।
मैकडोनाल्ड का कहना है, “हम पर्थ में साफ योजना के साथ जाएंगे। हमने अपने खेलने की शैली में जो विश्वास दिखाया है, उसे बरकरार रखेंगे। हमने पिछले 19 में से 16 मैच जीते हैं। हालांकि, पिछला मैच हमारी क्षमता के अनुसार नहीं था। पाकिस्तान ने शुरुआत से ही खेल पर नियंत्रण बना लिया और हमारे पास पर्याप्त रन नहीं थे कि उन पर दबाव डाल सकें।”
ऑस्ट्रेलिया के नए ओपनिंग जोड़ी मैट शॉर्ट और जैक फ्रेजर-मैकगर्क अभी टीम को मजबूत शुरुआत नहीं दिला पा रहे हैं। मैकडोनाल्ड ने माना कि अभी टीम सही ओपनिंग संयोजन खोजने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “यह संतुलन बनाने की बात है। हमने पहले ओवरों में आक्रामक खेल दिखाने में सफलता पाई है ताकि विपक्षी गेंदबाजी पर दबाव बने। कभी-कभी यह तरीका सफल होता है और अभी तक हमें इससे काफी फायदा मिला है।”
मैकडोनाल्ड ने स्वीकार किया कि मैट शॉर्ट और जैक फ्रेजर-मैकगर्क अभी पूरी तरह स्थापित नहीं हुए हैं। शॉर्ट इस साल इंग्लैंड में अच्छा खेले, लेकिन इस सीरीज में वो वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाए। जेक के बारे में उनका कहना था कि सभी को लगता है कि वो पूरी तरह तैयार हैं, लेकिन वो अभी सीखने की प्रक्रिया में हैं।
मैकडोनाल्ड ने अंत में कहा कि उनकी टीम अगले साल चैंपियंस ट्रॉफी के लिए अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म ढूंढ रही है, जैसे पिछले साल भारत में वनडे विश्व कप के समय तैयारी के दौरान थी। उन्होंने कहा, “वनडे क्रिकेट का यही स्वभाव है। हमने विश्व कप से पहले भी सर्वश्रेष्ठ तैयारी नहीं की थी, लेकिन महत्वपूर्ण टूर्नामेंट्स में अक्सर सब कुछ अंत में एकजुट हो जाता है।” उन्होंने पर्थ में अपना खेल सुधारने पर जोर दिया और कहा, “हमें चैंपियंस ट्रॉफी तक कई बातों पर ध्यान देना होगा, लेकिन इससे पहले हमें भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज और फिर श्रीलंका का चुनौतीपूर्ण दौरा करना है।”