सारी मनोकामनाएँ होगी पूर्ण हनुमान जी को लगाए सिंदूर
ऐसी मान्यता है कि सच्ची श्रद्धापूर्वक जो उपासक भगवान हनुमान जी की पूजा अर्चना करते हैं तथा वीर बजरंगी को सिंदूर अर्पित करते हैं तो उनकी सारी मनोकामनाएँ पूर्ण होती है साथ ही रोग दोष कष्ट दूर हो जाते हैं। ऐसे में मुख्य सवाल यह है कि भगवान हनुमान जी को कौन से पैर में सिंदूर अर्पित करना चाहिए? आइए जानते हैं ज्योतिष शास्त्रों से इसके बारे में-
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार अगर आपकी कुंडली में मंगल का दोष है तो भगवान जी के दाहिने पैर पर सिंदूर लगाना चाहिए। ऐसा करने से हनुमान जी बेहद प्रसन्न हो सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि चमेली के तेल के साथ सिंदूर मिश्रण कर भगवान हनुमान जी के दाहिने पैर पर लगाने के पश्चात अपने माथे पर तिलक लगाने से मानसिक तनाव समेत कई प्रकार की परेशानियाँ दूर होती है। सारे बिगड़े काम संपन्न होते हैं, इसके साथ ही आप सौभाग्यवान हो सकते हैं ।
इस विधि से चढ़ाये हनुमान जी को सिंदूर –
भगवान हनुमान जी को चमेली का तेल के साथ सिंदूर को मिश्रण करके अर्पित करना चाहिए। अगर आपकी इच्छा है तो चमेली के तेल में सिंदूर का घोल बनाकर हनुमान जी के संपूर्ण शरीर में चढ़ा सकते हैं। इस विधि को चोला चढ़ाना कहते है।
हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने के दौरान मंत्र –
अगर आप भगवान हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने का सोच रहे हैं तो उसके लिए कुछ निश्चित बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे की सिंदूर अर्पित करने से पहले मंदिर तथा भगवान की प्रतिमा को शुद्ध करे, जल से स्नान कराएँ। इसके बाद हनुमान जी को सिंदूर या चोला चढ़ाएँ। इस दौरान आपको मुख्य रूप से हनुमान मंत्र का जाप कर सकते हैं। यह बेहद ही लाभकारी हो सकते हैं।
* ॐ हम हनुमते नमः ।
* सिन्दूरं रक्तवर्णं च सिन्दूरतिलकप्रिये
भक्तयां दत्तं मया देव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम ।।
हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने का लाभ –
* भगवान हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने से सारी नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है और आसपास की नजर दृष्टि नहीं लगती।
* उनके आशीर्वाद से संपूर्ण मनोकामनाएँ पूर्ण हो जाती है।
* भगवान महावीर हनुमान को सिंदूर अर्पित करने से एकाग्र चित्त में वृद्धि होती है।
* भगवान वीर बजरंगबली को सिंदूर चढ़ाने से मंगल दोष दूर हो जाते हैं।
* पवन पुत्र को सिंदूर अर्पित करने से रोग दोष कष्ट सब दूर हो जाते हैं तथा सौभाग्य की प्राप्ति होती है।