बलरामपुर रामानुजगंज में नदी के बाद अब डबरी सूखने से गहराया पेयजल संकट
बलरामपुर रामानुजगंज.
रामानुजगंज नगर में दिन प्रतिदिन पेयजल संकट गहराते जा रहा है। कन्हर नदी सूखने के बाद नियमित जलप्रदाय व्यवस्था बाधित न हो इसके लिए नगर पंचायत के द्वारा कन्हर नदी में डबरी का निर्माण कराया था। परंतु डबरी भी रविवार के देर शाम सूख गई जिसके बाद आनन फानन में देर शाम से ही पोकलेन मशीन से नगर पंचायत के द्वारा बड़े आकार में डबरी का निर्माण करवाना प्रारंभ कर दिया गया।
डबरी निर्माण के लिए पूरी रात पोकलेन मशीन चलाया गया वहीं अभी भी पोकलेन मशीन से डबरी निर्माण का कार्य जारी है। जिस प्रकार से नदी का पानी लगातार नीचे जा रहा है उससे नगर वसियों सहित नगर पंचायत की चिंता बढ़ते जा रही है जिले के सबसे बड़े शहर में पेयजल की व्यवस्था दुरुस्त रहे प्रशासन को गंभीरता पूर्वक इसे सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। गौरतलब है कि अप्रैल माह के प्रथम पखवाड़े में ही कन्हर नदी के सूख जाने के बाद नगर पंचायत के द्वारा कनहर नदी में डबरी का निर्माण कराया गया ताकि नगर में नियमित जलप्रदाय व्यवस्था बाधित न हो डबरी निर्माण के बाद अनुमान लगाया जा रहा था कि यह डबरी कम से कम 15 मई तक नगर में पेयजल की व्यवस्था को संभालेगा परंतु अप्रैल के अंतिम सप्ताह में ही डबरी सूखने लगा। वहीं रविवार के देर शाम जब डबरी सूख गया तो आनन फानन में तत्काल नगर पंचायत के द्वारा पोकलेन मशीन से यहां बड़े आकार के डबरी का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
पूरी रात पोकलेन मशीन चला वही अभी भी पोकलेन मशीन से पहले से दुगने आकार का डबरी निर्माण कराया जा रहा है परंतु यह भी देखने वाली बात रहेगी कि डबरी कब तक चल पाएगा जिस प्रकार से नदी का जलस्तर नीचे जा रहा है उससे चिंता बढ़ गई है। नगर पंचायत सीएमओ सुमित मेहता, जल प्रभारी विनोद केसरी सहित पूरा नगर पंचायत आमला देर रात तक मौके पर डटा रहा।
कुआं, हैंडपंप भी देने लगे जवाब
सरहदी क्षेत्र की जीवनदायनी माने जाने वाली कन्हर नदी के सूखने के बाद अब तेजी से नगर के हैंड पंप एवं कुआं भी जवाब देने लगे हैं बीते तीन से चार दिन में ही दर्जनों हैंडपंप एवं कुआं ड्राई हो गए हैं ऐसे में अब लोगों के सामने सिर्फ नगर पंचायत की नियमित जलप्रदाय व्यवस्था पर ही निर्भर होना मजबूरी हो गई है यदि नगर पंचायत भी नियमित जलप्रदाय व्यवस्था नहीं कर पता है तो पानी के लिए हाहाकार मच जायगा। नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने बताया कि रविवार के देर शाम से पोकलेन मशीन लगाया गया है पहले से दुगने आकार का एवं दुगने गहराई का डबरी निर्माण कराया जा रहा है। अग्रवाल ने बताया कि जब पहले डबरी का निर्माण किया गया था तो अनुमान था कि 15 मई तक यह डबरी स्थिति को संभालेगा परंतु मई से पहले ही यह डबरी जवाब दे दिया जिस कारण पुनः डबरी निर्माण की आवश्यकता पड़ी।