सुमित्रा महाजन के बयान के बाद कांग्रेस ने इंदौर के मुद्दे को फिर से उठाया

इंदौर/भोपाल.
इंदौर से सांसद रहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता सुमित्रा महाजन के इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम के ऐन वक्त पर अपना नाम वापस लेने के मुद्दे पर सार्वजनिक बयान के बाद मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इसे एक बार फिर से बड़ा मुद्दा बना लिया है। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष महाजन ने एक न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी रहे अक्षय कांति बम के नाम वापस लेकर चुनावी मैदान से हटने और उनके भाजपा में शामिल होने के मुद्दे पर हैरानी जतायी है। उन्होंने कहा कि ऐसा क्यों हुआ, वे नहीं बता सकती हैं, लेकिन शहर के प्रबुद्ध व्यक्ति उन्हें फोन करके इस बारे में सवाल उठा रहे हैं। महाजन ने कहा, “मुझे ऐसे लोगों को इस बारे में समझाना पड़ रहा है। ऐसे लोग भाजपा के स्थान पर नोटा को वोट देने की बात कर रहे हैं।”

इंदौर का संसद में दो दशक तक प्रतिनिधित्व कर चुकीं महाजन ने कहा कि इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी के नाम वापस लेने की जानकारी उन्हें मिली, तो आश्चर्य में पड़ गयीं। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने महाजन के न्यूज चैनल को दिए गए साक्षात्कार का एक हिस्सा सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए आज लिखा है, “यह सुमित्रा महाजन जी हैं। इंदौर से 9 बार भाजपा सांसद रहीं। मोदी के पहले टर्म में लोकसभा अध्यक्ष भी रहीं। कह रही हैं ‘कई लोगों के कॉल आ रहे हैं कि हम भाजपा को वोट नहीं देंगे, हम तो नोटा करेंगे।’”

इसके पहले प्रदेश कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर इस साक्षात्कार से संबंधित खबर पोस्ट करते हुए लिखा है, “इंदौर की जनता बीजेपी से नाराज, कांग्रेस प्रत्याशी को खरीदकर जनता से वोट का अधिकार छीनने वाली बीजेपी से इंदौर की जनता ने दूरी बना ली है। इंदौर की जनता “नोटा” पर वोट डालकर अपने वोट की ताकत दिखाने जा रही है। मोहन यादव जी, आपने इंदौर को ललकारा है, इंदौर के स्वाभिमान का सौदा महंगा पड़ेगा। नोट का जवाब नोटा से।”

इंदौर संसदीय क्षेत्र में लोकसभा के चौथे चरण में 13 मई को मतदान होगा। यहां से भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी हैं। नाम वापसी के अंतिम दिन 29 अप्रैल को यहां से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने अचानक अपना नाम वापस लेकर सबको चौंका दिया था। इस खबर के साथ ही सोशल मीडिया पर श्री बम के भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं इंदौर निवासी कैलाश विजयवर्गीय और एक विधायक रमेश मेंदौला के फोटो सामने आए थे। इस घटनाक्रम के कुछ घंटों बाद ही श्री बम भाजपा में शामिल हो गए। इंदौर में इस घटनाक्रम का भाजपा का ही एक वर्ग विरोध कर रहा है। इस मामले पर प्रदेश कांग्रेस ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी थी और आरोप लगाया था कि धन और धौंस की दम पर यह कार्य किया गया है। वर्तमान में इंदौर में अब कांग्रेस का कोई प्रत्याशी नहीं है। भाजपा प्रत्याशी समेत कुल 14 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें अधिकांश निर्दलीय हैं।

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