छोटे जिलो के कलेक्टर्स ने किया कमाल, राजस्व महाअभियान में बनाया रिकॉर्ड, बड़े जिले फिसड्डी
राजस्व महाअभियान की तीसरे चरण में भी पांढुर्ना टॉप पर, अलीराजपुर दूसरे नंबर पर, भोपाल-इंदौर 29वें व 39वें पायदान पर रहे
भोपाल| नामातंरण, सीमांकन, बंटान और पीएम किसान रजिस्ट्रेशन जैसे अहम कामों में छोटे जिलों के कलेक्टर्स ने कमाल किया है। इन जिलों में राजस्व संबंधी काम की रैकिंग अव्वल है, जबकि बड़े जिले यानी इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और उज्जैन आदि फिसड्डी साबित हुए हैं। यह खुलासा राजस्व महाअभियान 3.0 की 13 दिसंबर तक की जारी एक रिपोर्ट में हुआ है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शपथ लेने के बाद प्रदेश में किसानों और जमीन मालिकों की सुविधा के लिए राजस्व महाअभियान शुरू किया था। 15 जनवरी से पहला महाअभियान शुरू हुआ था और अब 15 नवंबर से तीसरा राजस्व महाअभियान चल रहा है। 15 दिसंबर तक यह महाअभियान चलना था। लेकिन अब जनकल्याण पर्व के कारण 26 जनवरी 2025 तक इसकी तारीख बढ़ा दी गई है। 13 दिसंबर 24 तक की स्थिति में जारी रिपोर्ट के मुताबिक नवगठित पांढुर्ना जिला नंबर वन पर है। यहां कलेक्टर अजय देव शर्मा हैं। दूसरे नंबर पर आदिवासी बाहुल्य अलीराजपुर है। यहां कलेक्टर अभय बेडेकर है। पांढुर्ना लगातार तीसरी बार टॉप पर है। हालांकि 26 जनवरी 2025 तक तारीख बढ़ने की वजह से रैंकिंग में बदलाव भी संभव हैं। गौरतलब है कि पहला महाअभियान 15 जनवरी 2024 से 31 मार्च 2024 तक चलाया गया था। इसके बाद दूसरे अभियान की शुरुआत 15 जुलाई 2024 से हुई, जो 31 अगस्त 2024 तक चलाया गया।
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सीएम का गृह जिला भी पिछड़ा, हरदा अव्वल तो नर्मदापुरम पिछड़ा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का गृह जिला उज्जैन भी 15वें पायदान पर है। जबकि, पिछले महाअभियान से अपनी रैंकिंग और गिराते हुए भोपाल इस बार 29वें पायदान पर पहुंच गया है। पहले अभियान में भोपाल 54वें और दूसरे अभियान में 28वें नंबर पर था। वहीं, इंदौर भी 39 वें स्थान पर है। दिलचस्प बात यह है कि नर्मदापुरम, हरदा और सीहोर आपस में एक दूसरे से सटे हुए हैं। लेकिन रैंकिंग में बहुत ज्यादा अंतर है। सीहोर तीसरे पर, हरदा छठवें पर और नर्मदापुरम 35 वें स्थान पर है।
इन 10 कैटेगरी में दिए गए नंबर:
राजस्व महाअभियान के लिए सभी जिला कलेक्टर्स को 10 अलग-अलग कैटेगरी दी गई हैं। इनमें नामांतरण, बंटवारा, अभिलेख दुरुस्ती, सीमांकन, चिन्हांकन, नक्शा बंटान, आधार-खसरा लिंकिंग, किसानों का रजिस्ट्रेशन, पीएम किसान योजना में रजिस्ट्रेशन और स्वामित्व शामिल हैं। जिले की रैंकिंग के लिए कुल 100 नंबर दिए गए हैं। सभी दस कैटेगरी को 10-10 नंबर से मापा जा रहा है। हर कैटेगरी की रैंकिंग दशमलव में निकाली जा रही है।
रैंकिंग में टॉप 5 जिले
जिले – कुल अंक – रैंकिंग
पांढुर्ना – 0.64 – 01
अलीराजपुर – 0.63 – 02
सीहोर – 0.63 – 03
डिंडोरी – 0.62 – 04
बुरहानपुर – 0.62 – 05
निचले पायदान में श्योपुर सबसे फिसड्डी
जिले – कुल अंक – रैंकिंग
श्योपुर – 0.49 – 55
देवास – 0.50 – 54
पन्ना – 0.50 – 53
ग्वालियर – 0.50 – 52
बड़वानी – 0.51 – 51
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