छत्तीसगढ़-कोरबा में घरेलू विवाद में तीर से की पत्नी की हत्या
कोरबा.
किसी बात को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद शुरू हो गया। पहले तो बूढ़ी मां और दस वर्षीय बेटा बीच बचाव में असफल होने पर घर से बाहर चले गए। वे थोड़ी देर बाद लौटे तो कमरे के भीतर विवाहिता की रक्तरंजित लाश मिली, जबकि युवक फांसी के फंदे पर लटका मिला। घटनास्थल पहुंची पुलिस ने मकान के पीछे से खून से सने तीर कमान बरामद किया है। संभावना जताई जा रही है कि पति ने तीर से पत्नि की गला रेत कर हत्या की होगी।
श्यांग थानांतर्गत ग्राम ठेंगरीमार की है। यहां जगन्नाथ मंझवार 37 वर्ष निवास करता था। वह रोजी मजदूरी कर अपनी पत्नी संतोषी बाई 35 वर्ष के अलावा बूढ़ी मां इतवारो बाई के अलावा 12 वर्षीय पुत्र का पालन पोषण करता था। प्रतिदिन की तरह मंगलवार की सुबह परिवार के सभी सदस्य घर में ही थे। इसी दौरान किसी बात को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद शुरू हो गया। जगन्नाथ गुस्से में आकर पत्नी से मारपीट करने लगा। बूढ़ी मां व बेटे ने बीच बचाव का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सके। वे पति-पत्नी को लड़ते झगड़ते छोड़ घर से बाहर चले गए। मामला शांत होने पर दादी-पोता घर लौटे तो नजारा देख उनके होश उड़ गए। कमरे के भीतर महिला की खून से लथपथ लाश पड़ी थी, जबकि जगन्नाथ का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। इस खबर से गांव में सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी ताराचंद रजक के अलावा एएसआई भेवन दास चेलसे, प्रधान आरक्षक विरेंद्र भगत सहित पूरी टीम मौके पर जा पहुंची। थाना प्रभारी ने आला अफसरों को मामले से अवगत कराया। घटनास्थल का निरीक्षण करने पर मकान के पीछे तीन कमान मिला, जो खून से सना हुआ था। संभावना जताई जा रही है कि युवक ने तीर से ही पत्नी की गला रेत कर हत्या की होगी। मामले की तह तक जाने के लिए फॉरेसिंक टीम की मदद ली गई। सीन ऑफ क्राइम मोबाइल यूनिट के प्रभारी डॉ. सत्यजीत कोसरिया प्रधान आरक्षक हेमंत चौहान व आरक्षक राजेश चंद्रा के साथ मौके पर पहुंचे। टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए जरूरी सैंपल लिए हैं। उन्होंने साक्ष्य व प्रदर्श संकलित कर जांच के लिए एफएसएल भेजने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस को घटनास्थल का निरीक्षण करने पर मकान के पीछे तीन कमान मिला, जिसमें रक्त लगा हुआ था। बताया जा रहा है कि पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि घटना की जानकारी होने पर मृतक का भाई जागेश्वर मौके पर पहुंचा। उसने भाभी के गले में लगे तीर को निकालकर मकान के पीछे फेंकने की बात कही है।