भगवान कृष्ण की यात्राओं के स्थानों को बनाया जाएगा तीर्थ स्थल, एमपी राजस्थान और यूपी से जुड़ेंगे सात मंदिर

भोपाल
मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने इस बार जन्माष्टमी पर भव्यता के साथ राज्यस्तरीय आयोजन करके इतिहास रचा है। वहीं सरकार अब श्रीकृष्ण गमन पथ की दिशा में आगे बढ़ गई है। जन्माष्टमी के मौके पर पर उज्जैन आए राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बड़ा ऐलान किया है। इस महत्वकांक्षी परियोजना से भगवान कृष्ण के जीवन के चरणों को तीर्थ स्थलों में परिवर्तित किया जाएगा।

मध्यप्रदेश और राजस्थान सरकार मिलकर श्रीकृष्ण गमन पथ बनाने की तैयारी में है। इसे लेकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भेंट मुलाकात भी की है। उनके अनुसार भगवान कृष्ण उज्जैन शिक्षा ग्रहण करने जिन जिन स्थान से आए थे, ऐसे पौराणिक स्थलों को विकसित करने का काम दोनों सरकारें करेंगी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और यूपी के मथुरा से उज्जैन तक 7 मंदिरों को जोड़ेंगी और श्रीकृष्ण गमन पथ बनाया जाएगा।

सांदीपनि आश्रम में पूजा अर्चना की

जन्माष्टमी के मौके पर राजस्थान सीएम भजनलाल शर्मा एमपी पहुंचे। मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वे सुबह जन्माष्टमी के पावन अवसर पर भगवान कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा-ब्रज के दर्शन करने पहुंचे थे। उसके बाद श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली महाकाल की नगरी उज्जैन पहुंचे हैं। वे सुबह मथुरा-ब्रज में थे और शाम को गुरुकुल स्थल उज्जैन में। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश और राजस्थान सरकार मिलकर धार्मिक-सांस्कृतिक और सामाजिक क्षेत्र में बड़े कार्य करेगी। उज्जैन प्रवास के दौरान सीएम भजनलाल भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली सांदीपनि आश्रम पहुंचे तथा श्रीकृष्ण, बलराम, सुदामा व मुनि सांदीपनि की पूजा-अर्चना की।

महाकाल मंदिर पहुंचे राजस्थान सीएम

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सोमवार की शाम महाकाल मंदिर पहुंचे तथा गर्भगृह में जाकर सपत्नीक पूजा-अर्चना की। इसके बाद नंदी मंडपम में भगवान नंदी के चरणों में पुष्प अर्पित किए। मंदिर प्रबंध समिति की ओर से मुख्यमंत्री का सम्मान भी किया गया।

भगवान कृष्ण के जीवन की यात्राएं बनेगी तीर्थ स्थल

मध्य प्रदेश सरकार श्री कृष्ण की यात्राओं से संबंधित स्थानों को तीर्थ स्थल बनाने जा रही है। उज्जैन में भगवान कृष्ण की शिक्षा, जानापाव में भगवान परशुराम जी द्वारा उन्हें सुदर्शन चक्र प्रदान करना और धार के पास अमझेरा में रुक्मिणी जी के हरण का पवित्र स्थान। इसके अलावा कुछ स्थान राजस्थान में भी जोड़े जाने हैं।
इन मंदिरों को मिलाकर बनेगा पथ

    मथुरा
    श्री गोकुल चंद्रमा जी कामा जिला डीग
    श्री मदन मोहन जी कामां जिला डीग
    श्री बिहारी जी भरतपुर
    श्री मदन मोहन जी करौली
    श्री चारभुजा जी बूंदी
    श्री मथुराधीश जी कोटा
    श्री द्वरकाधीश जी झालावाड़
    उज्जैन

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