चेन्नई से नए मतदाता कार्ड बनकर आने में हो रहे हैं लेट

भोपाल

जिले में सात विधानसभाओं में 20 लाख से अधिक मतदाता इस बार विधानसभा चुनाव में अपने मतदान का प्रयोग करेंगे। मतदान की तारीख 17 नवंबर तय हो चुकी है, लेकिन जिले के करीब पौने दो लाख मतदाताओं के वोटर कार्ड अब तक तैयार नहीं हो पाए हैं। जिले में लगभग 10 फीसदी मतदाता अपने वोटर कार्ड के लिए आए दिन कलेक्ट्रेट, तहसील कार्यालय और मतदान केंद्र के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें सही जवाब नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में ये मतदाता परेशान हो रहे हैं। हालांकि चुनाव आयोग के निर्देश पर जिला निर्वाचन विभाग ने आदेश जारी किए हैं कि मतदाता कार्ड के अलावा 12 आईडी में से कुछ भी होने पर आसानी से मतदान कर सकेंगे।

यह दस्तावेज जरूरी

12 वैकल्पिक फोटोयुक्त पहचान दस्तावेजों में आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, भारतीय पासपोर्ट, फोटो सहित पेंशन दस्तावेज, केंद्र/राज्य सरकार/ पीएसयू/ सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, बैंक/डाकघर द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के तहत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड जरूरी है।

प्रशासन की लेटलटीफी के कारण 25 दिन बाद होने वाले चुनावों को लेकर नए मतदाता परेशान हैं कि कार्ड नहीं होने पर यदि वोट नहीं डालने दिया तो वे क्या करेंगे। बताया जा रहा है कि इस बार मतदाता सूची में करीब 88871 नए मतदाताओं के नाम जुड़ें हैं, जिन्हें पहली बार वोट डालना है। इन सभी नए मतदाताओं के वोटर कार्ड आना बाकी है। ये सभी नए मतदाता इन दिनों सबसे ज्यादा परेशान हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि नए वोटर कार्ड चेन्नई से प्रिंट होकर भोपाल आते हैं। ऐसे में यह काम लेट हो रहा है।

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