किंग इज़ किंग! सहवाग ने विराट कोहली की पुरानी वाली आग पर दिया बड़ा बयान

नई दिल्ली
अपने दौर के सबसे खतरनाक और विस्फोटक बल्लेबाज रहे वीरेंदर सहवाग का अपना खास अंदाज है। मैदान में भी उनका एक अलग ही बेखौफ अंदाज था और संन्यास के बाद मैदान से बाहर भी एक अलहदा, बेलौस अंदाज है। रांची में रविवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विराट कोहली की खेली गई शानदार शतकीय पारी से वीरू अभिभूत हैं। उन्होंने किंग कोहली की तारीफ में कहा है कि उनके लिए रन बनाना उतना ही आसान है, जितना हमारे लिए चाय बनाना। किंग किंग ही रहता है।
रविवार को रांची में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 3 वनडे सीरीज के पहले मैच में विराट कोहली ने 120 गेंद में 135 रन की जबरदस्त पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 11 चौके और 7 छक्के जड़े। इस मैच में भी विराट कोहली और रोहित शर्मा की सुपरहिट जोड़ी अपने रंग में दिखी। ऐसा लग रहा था कि दोनों दिग्गज अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी वनडे में खेली गई अपनी पारियों को ही रांची में बढ़ा रहे हैं। सिडनी में दोनों ने 168 रन की नाबाद साझेदारी की थी। रांची में भी दोनों का बल्ला गरजा और दूसरे विकेट के लिए 136 रन की शानदार साझेदारी की। सिडनी में शतक बनाने वाले रोहित ने रांची में अर्धशतक बनाया। तब अर्धशतक जड़ने वाले विराट कोहली ने अब शतक बनाया। भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए 349 रन बनाए और मैच को 17 रन से जीत लिया।
विराट कोहली का ओडीआई में यह 52वां शतक था। इस तरह उन्होंने किसी एक फॉर्मेट में सबसे ज्यादा शतकों के सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। किंग कोहली पहले ही सचिन के सबसे ज्यादा 49 शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ चुके थे। अबकी बार उन्होंने किसी एक फॉर्मेट में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय शतक का रिकॉर्ड अपने नाम किया। इससे पहले यह रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम था जिन्होंने टेस्ट में ये रिकॉर्ड बनाया था। सचिन के नाम टेस्ट में 51 शतक हैं।
विराट कोहली की शानदार पारी की तारीफ में वीरेंदर सहवाग ने लिखा, ‘विराट कोहली ने फिर दिखाया रन बनाना उनके लिए उतना ही आसान है जितना हमारे लिए चाय बनाना। 52वां ओडीआई शतक। कोहली रिकॉर्ड का पीछा नहीं कर रहे, रिकॉर्ड कोहली का पीछा कर रहे हैं। आज भी भूख वही, जुनून वही। किंग तो किंग ही रहता है!’ पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने भी कोहली की शान में कसीदे पढ़े। उन्होंने लिखा, 'विराट कोहली ने दिखाया कि पुराना अब भी अच्छा है। छक्कों की बरसात से माहौल सेट किया, विकट गिर रहे थे तब टिका रहा और शतक पहुंचने के बाद टूट पड़ने वाली आक्रामकता। मास्टरक्लास ओडीआई पारी, युवाओं के लिए सीख।'



