AI सीखेगा अब हर बच्चा! तमिलनाडु के सरकारी स्कूलों में शुरू हुई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई

बेंगलुरु 

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई टेक्नोलॉजी धीरे-धीरे सभी क्षेत्रों में फैलती जा रही है. एजुकेशन सेक्टर में भी एआई ने अपना कमाल दिखाना शुरू कर दिया है. भविष्य में एआई टेक्नोलॉजी लोगों के हरेक काम के लिए जरूरत बन सकता है, जैसा कि आज के जमाने में इंटरनेट के बिना एक भी मिनट रहना या किसी भी काम को आसानी से करना काफी मुश्किल हो जाता है.

इस कारण अब स्कूलों में भी बच्चों को एआई टेक्नोलॉजी के बारे में बताया जाने लगा है. बच्चों के एआई ट्रेनिंग्स दी जाने लगी है, ताकि बढ़े होने के बाद बच्चे एआई टेक्नोलॉजी का बखूबी इस्तेमाल कर सके. भारत के तमिलनाडु राज्य के सरकारी स्कूलों में भी बच्चों को एआई की शिक्षा देने का फैसला लिया गया है. आइए हम आपको बताते हैं कि तमिलनाडु की इस पहल में क्या खास बात है.

दरअसल, तमिलनाडु के सरकारी स्कूलों में अब सिर्फ किताबों तक सीमित पढ़ाई नहीं रह गई है. इस शैक्षणिक सत्र में राज्य सरकार ने एक ऐसा कदम उठाया है जो बच्चों को डिजिटल दुनिया से जोड़ने वाला साबित हो सकता है. इस पहल का नाम TN SPARK है. इसका फुल फॉर्म Tamil Nadu Schools Programme for AI, Robotics and Knowledge of Online Tools है.

क्लास 6 से क्लास 9 के बच्चों को मिलेगी एआई ट्रेनिंग

आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस पहल के तहत कक्षा 6 से 9 तक के छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, कोडिंग और ऑनलाइन टूल्स की ट्रेनिंग दी जा रही है. खास बात ये है कि ये प्रोग्राम सिर्फ प्राइवेट स्कूलों तक सीमित नहीं है—अब सरकारी स्कूलों के बच्चे भी टेक्नोलॉजी की भाषा सीख रहे हैं.

कोयंबटूर जिले में 85 स्कूलों को पहले चरण में शामिल किया गया है. यहां के हाईटेक लैब्स में 880 कंप्यूटर के ज़रिए बच्चों को डिजिटल स्किल्स सिखाई जा रही हैं. अंग्रेज़ी और तमिल में तैयार किए गए बाइलिंगुअल टेक्स्टबुक्स से पढ़ाई हो रही है, जिसे साइंस और मैथ्स के टीचर्स पढ़ा रहे हैं.

बच्चों को एल्गोरिदम, फ्लोचार्ट, वर्ड प्रोसेसिंग, डेटा विज़ुअलाइज़ेशन जैसी बेसिक चीज़ों से शुरुआत करवाई जा रही है. इसके अलावा Scratch, Blockly और Turtle Art जैसे प्लेटफॉर्म्स से कोडिंग की दुनिया में पहला कदम रखा जा रहा है. AI के ज़रिए टेक्स्ट-टू-इमेज, स्पीच, डूडलिंग और डिजिटल आर्ट भी सिखाया जा रहा है. छात्रों में इस नई पढ़ाई को लेकर उत्साह है. टीचर्स का कहना है कि बच्चे अब इन क्लासेस को ज़्यादा पसंद कर रहे हैं. TN SPARK सिर्फ एक स्किल प्रोग्राम नहीं, बल्कि डिजिटल बराबरी की ओर बढ़ता एक बड़ा कदम है.

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