भोपाल: लव जिहाद मामले में आरोपी साद और साहिल के खिलाफ कार्रवाई, अवैध मकान तोड़े गए

भोपाल
राजधानी के चर्चित लव जिहाद और दुष्कर्म प्रकरण में आरोपित फरहान, साद और साहिल के अवैध मकानों पर शनिवार को प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की। जिला अदालत से स्टे न मिलने के बाद पुलिस की कड़ी सुरक्षा में आरोपी साद और साहित के मकानों पर बुलडोजर चलाया गया। एक आरोपी फरहान के घर को जमीदोंज करने की कार्रवाई पर निर्णय 11 बजे कोर्ट की सुनवाई के बाद लिया जाएगा। कोर्ट ने कलेक्टर और तहसीलदार को पेश होने को कहा है। प्रशासन के अनुसार आरोपियों के मकान सरकारी जमीन पर बने थे। कार्रवाई शुरू होने से पहले पुलिस ने पूरे क्षेत्र को बैरिकेड कर लिया। भारी विरोध की आशंका को देखते हुए करीब 500 पुलिसकर्मी तैनात किए गए। प्रशासन की टीम ने एक दिन पहले ही बुलडोजर चलाने की तैयारी पूरी कर ली थी। शासकीय भूमि पर बने मकानों पर लाल निशान लगाने के साथ ही आरोपितों के स्वजनों को नोटिस तक दिए गए थे। इससे उन्होंने मकान खाली कर ताले लगा दिए थे। वहीं प्रशासन ने शुक्रवार को बेरिकेड्स लगा दिए गए थे।
छात्राओं से दोस्ती, दुष्कर्म और धर्म परिवर्तन का दबाव
मामले में आरोप है कि फरहान, साद और साहिल ने गिरोह बनाकर टीआईटी कॉलेज की हिंदू छात्राओं से पहले दोस्ती की, फिर उन्हें शारीरिक शोषण का शिकार बनाया। इसके बाद छात्राओं के अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल किया गया और जबरन धर्म परिवर्तन कर निकाह के लिए दबाव डाला गया। इतना ही नहीं, पीड़िताओं को अन्य छात्राओं को भी इस जाल में फंसाने के लिए मजबूर किया गया।
मानवाधिकार आयोग तक पहुंचा मामला
यह मामला केवल पुलिस-प्रशासन तक ही सीमित नहीं रहा बल्कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम भी इसकी जांच के लिए भोपाल आई थी। इस प्रकरण ने प्रदेश की राजनीति को भी झकझोर दिया था। जिला प्रशासन की ओर से कहा गया कि यह कार्रवाई सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत की गई है। मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ और मीडिया के कैमरे मौजूद रहे। अधिकारियों ने साफ किया कि सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद ही बुलडोज़र चलाया गया है।
चारोखर की भूमि पर बने थे मकान
गोविंदपुरा एसडीएम रवीश श्रीवास्तव ने बताया कि शासकीय चरोखर भूमि पर अवैध तरीके से मकान बने हुए थे। इस मामले में सुनवाई के बाद 19 अगस्त को जगह खाली करने का नोटिस जारी किया था, जिसमें 4 सितंबर तक कब्जा हटाने को कहा था। नोटिस के बाद भी उनके द्वारा कब्जा नहीं हटाने के बाद हमने आज कब्जा हटा दिया। आज दो आरोपियोंं पर कार्रवाई की है। एक आरोपी ने कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसकी सुनवाई के बाद उस पर कार्रवाई को लेकर निर्णय लिया जाएगा।
लव जिहाद के आरोपियों के घरों पर चलेगा बुलडोजर
दरअसल, टीआईटी कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं के साथ दुष्कर्म और 'लव जिहाद' के आरोप में फरहान, साद और साहिल नाम के तीन युवकों के खिलाफ प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने इन आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की तैयारी कर ली है. जिला अदालत से इस कार्रवाई पर अभी कोई स्टे नहीं मिला है.
पुलिस विभाग के 500 जवान रहेंगे मौजूद
जानकारी के मुताबिक बुलडोजर की कार्रवाई के लिए आरोपियों के घर को चारों तरफ से बैरिकेडिंग कर दिया गया है. इस दौरान 500 पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे. प्रशासन का दावा है कि आरोपियों का घर सरकारी जमीन पर कब्जा करके बनाया गया है. तीनों आरोपियों पर छात्राओं से दुष्कर्म और लव जिहाद का आरोप लगाया गया है. खबर लिखे जाने तक पता चला है कि साद और साहिल के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई शुरू हो गई है. वहीं, लव जिहाद के मुख्य आरोपी फरहान के घर पर सुबह 11 बजे के बाद बुलडोजर की कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि जिला अदालत से स्टे न मिलने के बाद भारी पुलिस सुरक्षा में यह कार्रवाई की जा रही है. यह वही मामला है जिसने प्रदेश की सियासत गरमा दी थी.
प्यार के जाल में फंसा कर रेप, फिर बनाया अश्लील वीडियो
मौके पर 500 से ज्यादा पुलिस जवान तैनात किए गए हैं. इस मामले में आरोपी बनाए गए युवकों ने गिरोह बनाकर टीआईटी कॉलेज की हिंदू छात्राओं से पहले दोस्ती की, फिर उनके साथ दुष्कर्म किया.
छात्राओं के अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया गया और धर्म बदलकर निकाह करने के लिए दबाव बनाया गया. इतना ही नहीं, इन लड़कियों से अन्य छात्राओं को भी गिरोह में फंसाने के लिए मजबूर किया जाता था.
मानवाधिकार आयोग तक पहुंच गया था मामला
इस मामले ने प्रदेश की सियासत में भूचाल ला दिया था. मामला राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक पहुंचा और आयोग की टीम को भोपाल आना पड़ा. अब जिला प्रशासन की यह कार्रवाई सरकार की ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी का हिस्सा मानी जा रही है.
स्थानीय लोगों की भीड़ प्रशासनिक अमले के साथ घटनास्थल पर मौजूद है. मौके पर मीडिया और फोटोग्राफरों का जमावड़ा है. अधिकारियों का कहना है कि कानूनी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी.