राज्य सेवा परीक्षा 2024 का परिणाम जारी, देवांशु शिवहरे ने किया टॉप, महिला अभ्यर्थियों का शानदार प्रदर्शन

इंदौर 

 मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने राज्य सेवा परीक्षा PCS-2024 के फाइनल नतीजों की घोषणा कर दी है। दिवांशु शिवहरे पूरे एमपी में पहली रैंक लाकर टॉपर बने हैं। उन्होंने डिप्टी कलेक्टर पोस्ट पर यह रैंक हासिल की है। वहीं दूसरे स्थान पर ऋषभ अवस्थी और तीसरे पर अंकित हैं। एमपीसीएस रिजल्ट अभ्यर्थी एमपीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट mppsc.mp.gov.in से डाउनलोड कर सकते हैं। टॉप 10 में 4 महिलाओं ने जगह बनाई है।

आयोग ने अभी 87 प्रतिशत पदों का परिणाम जारी किया है। 13 प्रतिशत रिजल्ट को अभी होल्ड किया गया है। ऐसे में अभी 96 पदों पर ही सरकारी रिजल्ट जारी किया गया है। कुल पद 110 हैं। बाकी पदों पर बचे हुए परिणाम आयोग की तरफ से जल्द घोषित होंगे।

एमपी पीसीएस 2024 की टॉपर लिस्ट

रैंक टॉपर का नाम प्राप्त अंक (1685 अंकों में से)
1 देवांशु शिवहरे 953
2 ऋषव अवस्थी 945.50
3 अंकित 942
4 शुभम 913
5 हर्षिता दवे 893.75
6 रुचि जाट 891
7 नम्रता जैन 890
8 गिरीराज परिहार 859.75
9 स्वर्णा दीवान 833.75
10 विक्रमदेव सर्यम 765.50
11 शिवानी सिर्माचे 761.50
12 जतिन कुमार ठाकुर 759.75
13 हिमांशु सोनी 716

जॉब के साथ की तैयारी

2024 के PCS टॉपर बने देवांशु शिवहरे विजयपुर से ताल्लुक रखते हैं। इससे पहले उनका चयन 2022 में भी एमपीपीएससी के लिए हो गया था। जिससे वह अभी वाणिज्यिक कर निरक्षक के पद पर गुना में कार्यरत हैं। लेकिन तब उनका सपना डिप्टी कलेक्टर बनने का था। इसीलिए उन्होंने जॉब के साथ अपनी पढ़ाई भी जारी रखी और इस बार के प्रयास में वह डिप्टी कलेक्टर के पद पर पहले स्थान पर आए हैं। उनकी पढ़ाई की बात करें तो देवांशु ने आईईटी से बीटेक किया। इसके बाद इंदौर में ही उन्होंने पीसीएस की तैयारी शुरू की और अपने सपने को सच कर दिखाया।

परीक्षा में कुल अंक 1685 निर्धारित किए गए थे। पहले स्थान पर देवांशु शिवहरे रहे, जिन्होंने 953 अंक प्राप्त किए। दूसरे स्थान पर ऋषव अवस्थी रहे, जिन्हें 945 अंक मिले। वहीं तीसरे स्थान पर अंकित ने 942 अंक हासिल किए। चौथे स्थान पर शुभम (913 अंक), पांचवें पर विवेक कुमार पटेल (894 अंक) रहे।

इंदौर की हर्षिता दवे ने 893.75 अंक पाकर छठा स्थान प्राप्त किया। अंकित सिरोठिया (891.50), रुचि जाट (891), नम्रता (890) और राशि जैन (888) टाप-10 में शामिल हुए। इस बार टाप-10 में छह पुरुष और चार महिला उम्मीदवारों ने जगह बनाई है। यानी पुरुष अभ्यर्थियों ने परीक्षा में बाजी मारी है।

11 दिन चले इंटरव्यू

आयोग ने राज्य सेवा मुख्य परीक्षा का परिणाम पांच मार्च को घोषित किया था। इसके बाद 110 पदों के लिए 336 उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया। यह प्रक्रिया 18 से 29 अगस्त के बीच पूरी की गई। केवल दो सप्ताह के भीतर आयोग ने अंतिम परिणाम जारी कर दिया। परिणाम शुक्रवार शाम सात बजे आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किया गया।

अभी 14 पदों पर चयन की घोषणा अदालत के निर्णय पर निर्भर है। ओबीसी आरक्षण से जुड़ा विवाद न्यायालय में लंबित है। इसी वजह से 13 प्रतिशत पदों पर नियुक्ति रोकी गई है। अदालत का फैसला आने के बाद शेष पदों पर परिणाम घोषित किया जाएगा।

इन पदों पर मिलेंगी नियुक्तियां

चयनित उम्मीदवारों को प्रदेश के विभिन्न महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर नियुक्त किया जाएगा। इनमें डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी, सहायक संचालक, वित्त सेवा, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, अतिरिक्त सहायक विकास आयुक्त, आबकारी निरीक्षक और वाणिज्य कर निरीक्षक सहित कई अन्य पद शामिल हैं।

डिबेटर होने का मिला फायदा

हर्षिता दवे ने 893.75 अंक प्राप्त कर प्रदेश में छठा स्थान और महिलाओं में पहला स्थान हासिल किया। वे डिप्टी कलेक्टर बनी हैं। उनका कहना है यह राज्य सेवा परीक्षा में दूसरा प्रयास था। 2023 में मुख्य परीक्षा दी। साक्षात्कार में चयन नहीं हुआ। हर्षिता कहती हैं कि ग्रेजुएशन राजनीतिक विभाग और समाजशास्त्र में किया है।

इन विषयों ने तैयारी के दौरान काफी मदद की। वहीं वाद-विवाद प्रतियोगिता में हिस्सा लेती थी। भारत का भी एक प्रतियोगिता में प्रतिनिधित्व कर चुकी है। इसी कारण हिंदी निबंध के पेपर में उन्हें विशेष लाभ मिला। हर्षिता का मानना है कि सफलता पाने के लिए यह जरूरी नहीं है कि आप दिनभर कितने घंटे पढ़ाई करते हैं। सबसे अधिक जरूरी नियमितता है।

नौकरी में रहते की तैयारी

अभिषेक जैन को 877.25 अंक प्राप्त हुए है। अभिषेक का कहना है कि बीएससी होलकर साइंस और एमए जीएसीसी से किया है। 2021 में लेखा परीक्षक और 2022 में जनपद सीईओ पद मिला था। नौकरी में रहते हुए राज्य सेवा परीक्षा की तैयारी करना थोड़ा कठिन रहा। रात में पढ़ाई करता था। चूंकि पहले भी परीक्षा दे चुका हूं। इसलिए विषयों पर पकड़ अच्छी थी।

तीन घंटे करते थे पढ़ाई

12वीं रैंक हासिल करने वाले विक्रमदेव सरयाम को परीक्षा में 765 अंक प्राप्त हुए है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और शिक्षकों को देते हैं। उनका मानना है कि आज वे जिस मुकाम पर पहुंचे हैं, उसमें इन सभी का बड़ा योगदान है। वे बताते है कि पहली बार 2018 में राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा दी थी। उसी प्रयास में वे इंटरव्यू तक पहुंचे, लेकिन अंतिम चयन नहीं हो पाया।

फिर वर्ष 2022 में उनका चयन आबकारी उप-निरीक्षक पद पर हुआ और उनकी पोस्टिंग झाबुआ में हुई। बावजूद इसके परीक्षा देता रहा। नौकरी करते हुए पढ़ाई करना थोड़ा मुश्किल रहा। फिर भी रोजाना तीन घंटे परीक्षा की तैयारी करता रहा। अब डिप्टी कलेक्टर पद मिला है।

एमपीपीएससी मुख्य परीक्षा परिणाम 2024 पीडीएफ जारी
एमपीपीएससी (मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग) ने 12 सितंबर 2025 को एमपीपीएससी मेन्स फाइनल रिजल्ट 2024 घोषित कर दिया है. इस पीडीएफ में उन सभी उम्मीदवारों की अंतिम चयन सूची (मेरिट लिस्ट) दी गई है, उन्होंने सभी चरण (मुख्य परीक्षा + इंटरव्यू) पास कर लिए हैं. उम्मीदवार अपना रोल नंबर, नाम, श्रेणी और आवंटित पद इस सूची में देख सकते हैं.

एमपीपीएससी मेरिट लिस्ट 2024

कैसे बनी मेरिट लिस्ट: मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू (व्यक्तित्व परीक्षण) के अंकों को जोड़कर.
रैंकिंग: सबसे ज्यादा अंक वाले को पहले रैंक, फिर उसके बाद अन्य. 
बराबरी (टाई-ब्रेक): अगर अंक बराबर हैं तो बड़े उम्र वाले उम्मीदवार को वरीयता. 
अगर फिर भी बराबरी है तो पिछले चरण/सेक्शन के अंक देखे जाते हैं.
आरक्षण: SC, ST, OBC, EWS जैसी श्रेणियों के लिए अलग कोटा लागू है.

एमपीपीएससी कट-ऑफ अंक 2024

कट-ऑफ यानी किसी भी पद पर चयन के लिए न्यूनतम आवश्यक अंक.
ये अंक भी 12 सितंबर 2025 को रिजल्ट के साथ जारी किए गए हैं.

कट-ऑफ हर साल इन कारणों से बदलता है:
उम्मीदवारों की संख्या – ज्यादा प्रतियोगी होंगे तो कट-ऑफ ज्यादा होगा.
पेपर की कठिनाई – पेपर कठिन हुआ तो कट-ऑफ नीचे जा सकता है.
रिक्तियों की संख्या – पद ज्यादा होंगे तो कट-ऑफ कम हो सकता है.

आरक्षण – अलग-अलग श्रेणियों (SC, ST, OBC, EWS) के लिए अलग कट-ऑफ तय होता है.

 

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