एमपी शिक्षा में बड़ा कदम: इंदौर में तैयार होगा प्रश्न बैंक, छात्रों को मिलेगा हर सवाल का हल

 इंदौर
 परीक्षा की तैयारी करते समय सबसे बड़ी दिक्कत होती है, प्रश्नों के सही और मानक उत्तर लिखना। अक्सर विद्यार्थी को यह तो पता होता है कि जवाब क्या है, लेकिन उसे सही भाषा और सटीक तरीके से लिखना चुनौती बन जाता है।

इस परेशानी को दूर करने के लिए इंदौर जिले में एक बड़ी और नवाचारी पहल शुरू की जा रही है। अब जिले के शासकीय स्कूलों में कक्षा 9वीं से 12वीं तक बढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए आदर्श प्रश्न बैंक तैयार होगी। इसमें हर विषय से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्नों को शामिल किया जाएगा और उनके वैज्ञानिक व सटीक उत्तर भी दिए जाएंगे।

परीक्षा की तैयारी करने में आसानी होगी

इंदौर जिले के शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए उपयोगी पहल शुरू की जा रही है। इससे हाई और हायर सेकंडरी स्कूलों में विद्यार्थियों की परीक्षा की तैयारी और भी आसान होगी। जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन की पहल पर आदर्श प्रश्न बैंक तैयार कराई जाएगी। इसकी खास बात यह है होगी कि प्रत्येक प्रश्नों के उत्तरों पर फोकस रहेगा।

सभी विषयों के चुनिंदा प्रश्नों के उत्तर बेहतर और आसान भाषा में लिखे जाएंगे, ताकि विद्यार्थी आसानी से तैयारी कर सके। विद्यार्थियों के मन में परीक्षा को लेकर जो दुविधा रहती है, वह भी दूर होगी। मानक उत्तर का अभ्यास करने से विद्यार्थियों का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।

जिले के शिक्षक बनाएंगे

राज्य स्तर पर पेपर तैयार करने का अनुभव रखने वाले जिले के 60 से अधिक शिक्षक इस काम को करेंगे। वे हर विषय से ऐसे प्रश्न चुनेंगे, जो परीक्षा में बार-बार पूछे जाते हैं या फिर जिनका अध्ययन विद्यार्थियों के लिए जरूरी है। ऐसे सभी प्रश्नों के उत्तर आसान भाषा में लिखे जाएंगे।

स्कूलों में नियमित होगा अभ्यास

यह प्रश्न बैंक सितंबर में तैयार कर ली जाएगी और जिले के सभी शासकीय स्कूलों में विद्यार्थियों को यह उपलब्ध कराई जाएगी। अक्टूबर से हर स्कूल में अभ्यास और प्रशिक्षण भी कराया जाएगा, ताकि बच्चे इसे नियमित रूप से पढ़े और परीक्षा की बेहतर तैयारी कर सकें। इसके अभ्यास के लिए स्कूलों में एक घंटे की अतिरिक्त कक्षाएं भी संचालित करने की योजना है।

शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की पहल

जिले में सभी विद्यार्थियों को प्रत्येक विषयों का नियमित अभ्यास कराया जाएगा, ताकि उनकी दुविधा दूर हो सके। इससे पढ़ाई आसान होगी, बल्कि शासकीय स्कूलों की शिक्षा गुणवत्ता भी बेहतर होगी। आमतौर पर स्कूलों में बच्चे कापियों में सही नोट तैयार नहीं कर पाते हैं, ऐसे में पढ़ाई के दौरान अन्य माध्यमों से पढ़ाई करते हैं। ऐसे में वे जानकार भी सही उत्तर नहीं लिख पाते हैं। इस पहल से वे सही उत्तर जान सकेंगे और समझ सकेंगे।

भविष्य की परीक्षा के लिए अभी से तैयार किया जाएगा

    शासकीय स्कूलों के बच्चों के लिए मॉडल पेपर तैयार कराए जाएंगे। इससे वे सही उत्तर लिखना सीख सकेंगे और विषय को गहराई से समझ भी सकेंगे। इनका प्रत्येक स्कूल में नियमित अभ्यास भी होगा और मॉनिटरिंग भी की जाएगी। भविष्य की परीक्षा में बेहतर परिणाम के लिए विद्यार्थियों को अभी से तैयार किया जाएगा। – सिद्धार्थ जैन, सीईओ जिला पंचायत इंदौर

 

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