दोबारा विश्वास मत हासिल करने की बात आएगी तो दोबारा करूंगा, सरकार को कोई खतरा नहीं : मुख्यमंत्री नायब सैनी
हरियाणा
तीन निर्दलीय विधायकों के हरियाणा की भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद सूबे में राजनीतिक घटनाक्रम तेज है। कुछ महीने पहले तक ही भाजपा के साथ रही जननायक जनता पार्टी के मुखिया दुष्यंत चौटाला ने सरकार के अल्पमत होने की बात कहते हुए सीएम सैनी का इस्तीफा मांगा है। उन्होंने कहा कि या तो सीएम सैनी इस्तीफा दे दें या फिर विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराया जाए। फ्लोर टेस्ट की मांग के लिए दुष्यंत चौटाला को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने जवाब दिया है। एक कार्यक्रम में पहुंचे सीएम ने कहा कि दुष्यंत चौटाला से पूछना चाहिए कि उनके पास कितने विधायक हैं।
उनके विधायकों ने विधानसभा में उनकी क्या हालत की थी, एक बार उनसे तो पूछ लो। मैंने विश्वास मत हासिल किया है। दोबारा विश्वास मत हासिल करने की बात आएगी तो दोबारा करूंगा। सरकार को कोई खतरा नहीं है। चुनावों तक ऐसे ही विपक्ष की बयानबाजी जारी रहेगी। नायब सैनी ने कहा कि सरपंचों, जिला परिषदों की नाराजगी पर कहा कि कोई नाराज नहीं, सब का साथ है। भाजपा हरियाणा की 10 की 10 लोकसभा सीटों को जीतेगी। सैम पित्रोदा के इस्तीफे पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस का बुरा हाल है, इन्होंने झूठ बोलना है और लोगों के वोट लेने हैं।
बता दें कि दुष्यंत चौटाला ने आज ही गवर्नर को लेटर लिखा है और विधानसभा का सत्र बुलाकर फ्लोर टेस्ट की मांग की है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हम मौजूदा सरकार का समर्थन नहीं करते हैं और हरियाणा में किसी भी दूसरे राजनीतिक दल द्वारा सरकार बनाने में समर्थन के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को पत्र लिखकर राज्य की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। अपने पत्र में उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया है कि सरकार को बहुमत साबित करने के लिए तुरंत फ्लोर टेस्ट बुलाया जाए और अगर सरकार ऐसा करने में विफल रहती है तो राष्ट्रपति शासन लगाया जाए।
भाजपा पर नए तरीके से हॉर्स ट्रेडिंग करने के आरोप
दुष्यंत चौटाला ने लिखा कि तीन निर्दलीय विधायकों ने सरकार से समर्थन वापस लिया है। दुष्यंत चौटाला ने राज्यपाल से पत्र में मांग की है। सरकार के पास विश्वास मत नहीं रहा, इसलिए विधानसभा का सत्र बुलाकर सरकार फ्लोर टेस्ट पास करें। दुष्यंत ने भाजपा पर नए तरीके से हॉर्स ट्रेडिंग के भी आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल को पत्र लिखकर साफ कहा है कि अगर इस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है तो हम प्रस्ताव का समर्थन करेंगे। कहा कि अब कांग्रेस को फ्लोर टेस्ट की मांग उठानी होगी।