होली और जुम्मा को लेकर विवादित बयान के मामले में अनुज चौधरी को क्लीन चिट

संभल
साल में 52 जुमे और होली एक बार… वाला बयान देने वाले संभल के सीओ अनुज चौधरी को इस मामले की जांच बाद क्लीन चिट मिल गई है। पूर्व आईपीएस एवं आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने इस बयान को पुलिस सेवा नियमावलियों का उल्लंघन बताया था।
शासन स्तर पर शिकायत की थी। आला अफसरों की जांच में शिकायत सही नहीं पाई गई। इस शिकायत की जांच संभल के एएसपी श्रीश्चंद्र द्वारा की गई थी। एएसपी ने बताया कि जांच में कोई साक्ष्य ऐसा नहीं मिला जिससे आरोप सही पाए जाते।
इसके चलते आरोप खारिज करते हुए क्लीनचिट दे दी गई है। इस मामले में एसपी (लॉ एंड ऑर्डर) मनोज कुमार अवस्थी ने आईजी (लॉ एंड ऑर्डर) को पत्र लिखकर आरोप खारिज किए जाने की जानकारी दी है।
अमिताभ ठाकुर ने अपनी शिकायत में कहा था कि अनुज चौधरी द्वारा सेवा नियमावलियों और वर्दी नियमावलियों का उल्लंघन किया जा रहा है। इसके मामले लगातार सामने आ रहे हैं।
माहौल को तनावग्रस्त करने का लगा था आरोप
आरोप यह भी लगाया था कि बिना अधिकारिकता के बयानबाजी करने, पुलिसिंग तथा अपने कार्यों को जानबूझकर सांप्रदायिक रंग देने, सेवा नियमावलियों से इतर कार्य कर माहौल को तनावग्रस्त करने तथा वर्ग विशेष में असुरक्षा की भावना उत्पन्न कर रहे हैं।
इस शिकायत के बाद ही आईजी (लॉ एंड ऑर्डर) ने एसपी एसपी (लॉ एंड ऑर्डर) को जांच के निर्देश दिए थे। इसके बाद संभल में तैनात एएसपी श्रीश्चंद्र ने जांच की। जांच के दौरान एएसपी ने स्थानीय उन लोगों के बयान लिए, जो पीस कमेटी की उस बैठक में मौजूद थे, जहां सीओ ने ऐसा बोला था।
'उनकी बातों से किसी भी धर्म विशेष की भावनाएं आहत नहीं हुई थी'
इसके अलावा सीओ की बात का समर्थन करने वाले जनता कल्याण समिति के अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा और असमोली के गांव दबोई निवासी यासीन के बयान भी दर्ज किए थे। अनुज चौधरी ने कहा कि उनकी बातों से किसी भी धर्म विशेष की भावनाएं आहत नहीं हुई थी। मात्र कुछ व्यक्तियों द्वारा राजनीतिक लाभ के उद्देश्य से उसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।
सीओ के दो बयान रहे थे चर्चा में
पहला बयान
सीओ अनुज चौधरी ने 6 मार्च को संभल कोतवाली में पीस कमेटी की बैठक में कहा था कि होली का पर्व साल में एक बार आता है। जबकि जुमे की नमाज साल में 52 बार होती है। जिन मुसलमानों को रंग से परहेज है, वे रंग के दौरान घर से न निकलें। आगे कहा था कि या फिर दिल बड़ा रखें और होली के रंग से परहेज न करें।
दूसरा बयान
ईद को लेकर 28 माच को हुई बैठक में सीओ ने कहा था कि यदि ईद की सेवई खिलानी हैं तो गुजिया भी खानी होगी। सीओ ने जांच के दौरान दिए बयान में कहा है कि वह दोनों समुदायों के बीच शांति कायम करने के लिए प्रयास कर रहे थे। उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है जिससे किसी समुदाय की भावना आहत हों।